नयी दिल्ली। माकपा ने न्यूनतम मजदूरी के निर्धारण में केन्द्र सरकार पर अपने ही परामर्श समूह की सिफारिश को नजरंदाज कर कम मजदूरी दर घोषित करने का आरोप लगाया है। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने राष्ट्रीय स्तर पर न्यूनतम मजदूरी दर 180 रुपये तय करने की केन्द्र सरकार की कोशिशों का हवाला देते हुये शनिवार को कहा कि भाजपा सरकार का नजरिया गरीब विरोधी है। येचुरी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सरकार के अपना ही परामर्श समूह ने न्यूनतम मजदूरी 375 रुपये निर्धारित करने की सिफारिश की है। तब फिर भाजपा सरकार न्यूनतम मजदूरी 178 रुपये क्यों निर्धारित कर रही है।’’
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येचुरी ने राष्ट्रीय स्तर पर न्यूनतम मजदूरी तय करने के लिये सरकार द्वारा कानूनी पहल करने संबंधी मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुये कहा, ‘‘भाजपा का मजदूर और गरीब विरोधी नजरिया भारत की क्षमताओं को नष्ट कर रहा है।’’ उल्लेखनीय है कि न्यूनतम मजदूरी के निर्धारण से जुड़े सरकार के परामर्श समूह ने हाल ही में श्रम मंत्रालय को पूरे देश में न्यूनतम मजदूरी 375 रुपये प्रतिदिन निर्धारित करने की सिफारिश की थी। सरकार ने इसे 180 रूपये निर्धारित करने के लिये कानून में प्रस्तावित का संशोधन संसद में पेश करने की प्रक्रिया शुरु की है।