अमेरिका के प्रोडक्ट ब्लॉक? ट्रंप टैरिफ लगाते उससे पहले ही भारत ने ये क्या कर दिया

By अभिनय आकाश | Mar 20, 2025

भारत और अमेरिका के रिश्तों में एक बार फिर जबरदस्त हलचल देखने को मिल रही है। लेकिन इस बार मुद्दा राजनीति का नहीं व्यापार का है। भारत ने अमेरिकी कृषि उत्पादों को अपने बाजार में ब्लॉक कर दिया है। जिससे अमेरिका की कृषि कंपनियों में जबरदस्त हड़कंप मच गया है। खासकर अमेरिका के सेब, बादाम, सोयाबीन और डेयरी उत्पादों को लेकर भारत के इस फैसले ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका दिया है। अमेरिकी कॉमर्स सेक्रेटरी हावर्ड लॉटनिक ने हाल ही में दावा किया कि भारत ने अमेरिकी किसानों के उत्पादों को अपने बाजार में आने से रोक दिया है। ये खबर अमेरिका के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं हैं। भारत अमेरिकी कृषि उत्पादों का एक बड़ा खरीदार था। अब ऐसे में सवाल ये उठका है कि भारत ने आखिर ऐसा क्यों किया। 

इसे भी पढ़ें: 45 देश हाथ मिलाने आए, भारत बनेगा नया अमेरिका

दरअसल, भारत और अमेरिका के बीच कृषि व्यापार कोई नया मामला नहीं है। भारत हर साल अमेरिका से करीब 1 अरब 50 करोड़ डॉलर के कृषि उत्पाद खरीदता था। इसमें 700 मिलियन डॉलर के बादाम, 500 मिनियन डॉलर के डेयरी प्रोडक्ट और 200 मिलियन डॉलर के सेब और अंगूर प्रमुख रूप से शामिल थे। लेकिन अमेरिका ने हमेशा एक चालाकी भरी रणनीति अपनाई। वे भारत को हमेशा वो उत्पाद नहीं बेचता था, जिनकी हमें जरूरत होती थी। बल्कि अपनी बड़ी कंपनियों की ब्रांडिंग के जरिए भारतीय बाजार में उन्हीं उत्पादों को बेचने की कोशिश करता था जो भारत में पहले से ही मौजूद हैं। जैसे बादाम, अखरोट और सेब भारत में बड़े पैमाने पर उगाए जाते हैं। लेकिन अमेरिकी ब्रांड इनकी हाई क्वालिटी बताकर भारतीय बाजार में कब्जा कर रहे थे। 

इसे भी पढ़ें: Donald Trump Tariff Threat: सीधे टॉप लेवल पर चल रही बात...भारत को ट्रंप की टैरिफ वाली धमकी पर तुलसी गबार्ड ने कर दिया बड़ा खुलासा

पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की थी। इसका सीधा असर ये हुआ कि भारत ने विदेशी कृषि उत्पादों पर टैक्स बढ़ाना शुरू कर दिया ताकी भारतीय किसानों को नुकसान न हो। इसके चलते भारत ने अमेरिकी कृषि उत्पादों पर 100 प्रतिशत टैरिफ बढ़ा दिया। अमेरिकी सेब और बादाम पर इंफोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी गई। डेयरी प्रोडक्ट के लिए कड़े नियम लागू कर दिए गए। अमेरिका को ये बात चुभ गई। 2023 में भारत ने अमेरिका को 87 अरब डॉलर का सामान बेचा था। बदले में अमेरिका से सिर्फ 41 अरब डॉलर का सामान खरीदा था। इसका मतलब भारत ने अमेरिका से 46 अरब डॉलर ज्यादा कमाए। जब अमेरिका को लगा कि उसका व्यापार घाटे में जा रहा है तो उसने वर्ल्ड ट्रेड आर्गेनाइजेशन में शिकायत दर्ज करा दी। 

प्रमुख खबरें

तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में ओमान पहुंचे मोदी, द्विपक्षीय व्यापार दोगुना होने की संभावना

CSK ने एक मौका गंवा दिया..., कैमरन ग्रीन को लेकर रविचंद्रन अश्विन ने ऐसा क्यों बोला

दुश्मन पर कड़ा आघात करने के लिए नई रणनीति, सेना ने विशेष सैन्य ट्रेन के जरिए कश्मीर घाटी में टैंक और तोपखाने शामिल किए!

Shri Mata Vaishno Devi Sangarsh Samiti ने Muslim Students के खिलाफ अपने प्रदर्शन को और तेज किया