By सिमरन सिंह | Aug 18, 2020
आजकल हृदय सम्बंधित समस्या से सिर्फ बड़े-बुजुर्ग ही नहीं बल्कि जवान और किशोर भी ग्रस्त हैं। असल में कम उम्र के लोगों में ये समस्या होना काफी चिंता का विषय है। हालांकि, इसका जिम्मेदार हमारी बदलती जीवनशैली है। शोधकर्ताओं ने बताया है कि जिस तरह से हम अपने सुविधाओं के अनुसार जीवन जी रहे हैं और अपने खानपान में लापरवाही व जंक फूड का ज्यादा सेवन करने लगे हैं। उसी वजह से कम उम्र में ही हमारा शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार हृदय सम्बंधित समस्याओं में एक समस्या हार्ट ब्लॉकेज भी होती है। ऐसे में दिल की धड़कन रुक-रुककर कार्य करती है और इस दौरान हृदय के इलेक्ट्रिकल सिस्टम पर असर पड़ता है। ये समस्या कोरोनरी आर्टरी डिजीज से विभिन्न है, इसमें हृदय की रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती हैं। आइए आपको हार्ट ब्लॉकेज होने के कारण और इसके लक्ष्णों के बारे में विस्तार से बताते हैं...
शोधकर्ताओं के मुताबिक हार्ट ब्लॉकेज होने के दौरान दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है, ऐसे में हृदय सामान्य से कम गति से चलने लगता है। इस दौरान हृदय एक बार में 20 सेकंड की देरी से चलता है।
क्या है हार्ट ब्लॉकेज के कारण
जन्मजात से ही कुछ लोगों में हार्ट ब्लॉकेज की समस्या रहती है। इसे जन्मजात हार्ट ब्लॉक के नाम से जाना जाता है। ऐसा तब होता है जब गर्भस्थ शिशु का हृदय सही तरह से विकसित नहीं होता है। इसके अलावा दिल की सर्जरी, हार्ट अटैक से हृदय को क्षति पहुंचने, जींस में बदलाव, हार्ट फेलियर, धमनियों में रुकावट, हृदय की मांसपेशियों में सूजन, शरीर में पोटैशियम, मैग्नीशियम व कैल्शियम का कम या ज्यादा मात्रा में होना भी हार्ट ब्लॉकेज होने का कारण हो सकता है।
हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण
- अगर आपको ऐसा महसूस हो रहा है कि आपकी दिल की धड़कन धीमी या अनियमित हो रही हैं तो ये हार्ट ब्लॉकेज का लक्षण हो सकता है।
- अगर आप घबराहट महसूस करते हैं या फिर आपका दम घुटता है तो यह लक्षण भी हार्ट ब्लॉकेज का ही होता है।
- सांस लेने में दिक्कत होना भी हार्ट ब्लॉकेज का लक्षण है।
- सिर चकराना, छाती में दर्द और असहज महसूस होना भी हार्ट ब्लॉकेज का लक्षण है. ऐसे में डॉक्टर से जल्द से जल्द सलाह लें.
- शरीर में सही तरह से रक्त पंप न होने के कारण एक्सरसाइज करने में दिक्कत होती है तो आपको एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए क्योंकि यह हार्ट ब्लॉकेज का लक्षण होता है।
अगर आप खुद में ऊपर बताए गए लक्षण देख रहे हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। हार्ट ब्लॉकेज के लक्षणों पर समय रहते ध्यान देना जरूरी है, इससे होने वाली बड़ी समस्या पर रोक लगाई जा सकती है।
इन चीजों का कर सकते हैं सेवन
आपको जानकारी के लिए बता दें कि थर्ड डिग्री हार्ट ब्लॉकेज होने के दौरान ‘पेसमेकर’ मेडिकल डिवाइस के जरिए इसका इलाज किया जाता है। कई बार सेकेंड डिग्री हार्ट ब्लॉसकेज होने पर भी इस डिवाइस का प्रयोग किया जाता है। बता दें कि इसका इलाज काफी महंगा होता है। ऐसे में जरूरी है कि आप इस समस्या के बढ़ने से पहले ही अपनी सेहत का ध्यान रखना शुरू करें, अगर आप इस समस्या से ग्रस्त हैं तो ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करें, रोजाना वॉक पर जाएं, कम तली चीजों का ही सेवन करें और रोजाना एक लहसुन का सेवन कर सकते हैं।
- सिमरन सिंह