By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 03, 2022
झा ने अपने आवेदन को खारिज किये जाने को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए कहा कि यह यात्रा उन्हें लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए लड़ाई में भारतीय राजनीतिक दलों की महान परंपरा को रेखांकित करने का अवसर देती। उन्होंने कहा कि आसमां जहांगीर पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए लड़ने वाली कार्यकर्ता थीं। 2018 में उनका निधन हो गया था। राजद नेता ने कहा कि उन्हें गृह मंत्रालय से विदेशी अनुदान (नियमन) अधिनियम संबंधी मंजूरी मिल गयी, लेकिन विदेश मंत्रालय ने उन्हें राजनीतिक स्वीकृति नहीं दी।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे मुझे भारतीय संसद की ओर से यह बताने का अवसर मिलता कि हम जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए सड़कों पर और संसद में कैसे लड़ते हैं।’’ झा ने कहा कि उन्होंने 20 अक्टूबर को वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान जाने और 24 अक्टूबर को लौटने की योजना बनाई थी।