इंग्लैंड दौरे में अच्छा प्रदर्शन के प्रति आश्वस्त हैं चहल

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 13, 2018

नयी दिल्ली। पिछले लगभग दो साल से भारत की सीमित ओवरों की टीम के अहम अंग रहे लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की निगाहें अब अगले महीने के इंग्लैंड दौरे पर टिकी हैं और उन्हें विश्वास है कि आईपीएल के बाद मिलने वाले एक महीने का सदुपयोग करके वह ब्रिटिश सरजमीं पर भी अपनी छाप छोड़ने में सफल रहेंगे। चहल ने भारत की तरफ से अब तक 23 वनडे और 21 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में क्रमश: 43 और 35 विकेट लिये हैं लेकिन वह अभी तक इंग्लैंड में नहीं खेले हैं। यही नहीं पिछले सत्र में रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा जैसे अनुभवी स्पिनरों पर उन्हें और कुलदीप यादव को तरजीह दी गयी लेकिन इससे वह किसी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहे हैं।

चहल ने कहा, ‘‘जिस तरह से उनके पास हमारे वीडियो हैं उसी तरह हमारे पास भी उनके वीडियो हैं। यही नहीं इंग्लैंड से पहले हमें आयरलैंड दौरे पर जाना है। वहां का मौसम भी इंग्लैंड जैसा ही है। आईपीएल के बाद मेरे पास तैयारी के लिये एक महीने का समय रहेगा। मैं एनसीए में अभ्यास के लिये जाऊंगा। वह मुझे अपने कोच हिरवानी सर (पूर्व लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी) से बात करने का मौका मिलेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह ब्रिटेन में खेल चुके हैं इसलिए मैं उनसे वहां के मौसम के बारे में जानकारी लूंगा। भारतीय टीम से पहले हमारी ‘ए’ टीम वहां का दौरा करेगी। उस टीम में मेरे कई दोस्त हैं और मैं उनसे पता करूंगा कि वहां की पिचें कितनी मददगार हैं और उनमें कितनी उछाल है।’’

 

भारत को इंग्लैंड में तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय और इतने ही वनडे मैच खेलने हैं। इससे पहले भारतीय टीम हालांकि दो टी20 खेलने के लिये आयरलैंड जाएगी। चहल ने दक्षिण अफ्रीकी दौरे में छह वनडे में 16 विकेट लेकर अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन आईपीएल में वह अभी तक 11 मैचों में दस विकेट ही ले पाये हैं। जबकि इसे पहले उन्होंने आईपीएल के हर सत्र में अच्छा प्रदर्शन किया था। खुद को आईपीएल की देन बताने वाले चहल ने कल रात रायल चैलेंजर्स बेंगलूर की दिल्ली डेयरडेविल्स पर पांच विकेट की जीत के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर मुझे विकेट नहीं मिल रहे हैं तो मैं रन भी कम दे रहा हूं जिसका मतलब है कि बल्लेबाज मेरे सामने आक्रामक रवैया अख्तियार नहीं कर पा रहे हैं। भले ही अब उन्होंने मेरी गेंदबाजी को समझ लिया है और मेरे वीडियो भी देखे हैं।’’

 

आरसीबी की डेथ ओवरों की गेंदबाजी प्रभावशाली नहीं रही है और चहल ने कहा कि उनकी टीम इस विभाग में लगातार सुधार कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप भारत की तरफ से खेलते हो तो आपके पास सभी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज होते हैं। आपके पास भुवी पा (भुवेनश्वर कुमार) और जसप्रीत (बुमराह) होते हैं जो डेथ ओवरों के विशेषज्ञ हैं।’’ चहल ने कहा, ‘‘यहां गेंदबाज युवा और कम अनुभवी होते हैं। स्टेडियम भरा होता है और हो सकता है कि वे दबाव महसूस करते हों। हमने डेथ ओवरों में गलतियां की हैं लेकिन हमने धीरे धीरे इसमें सुधार किया है।’’

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