By अभिनय आकाश | May 25, 2021
महाराष्ट्र में कोविड को लेकर नियम बदले गए हैं। नए नियम के तहत अब मरीज को कोविड सेंटर जाना होगा। कोई भी मरीज होम आइसोलेशन में नहीं रह सकता।महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि हमने उन 18 जिलों के मरीजों के लिए होम आइसोलेशन रोकने का फैसला किया है जहां पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है। इन ज़िलों के मरीजों को क्वार्ंटीन सेंटर जाना होगा, होम आइसोलेशन की अनुमति नहीं होगी।
क्यों उठाया गया ये कदम?
ऐसे वक्त में जब पूरे देश समेत महाराष्ट्र में कोरोना के मामले काफी हद तक कम हो रहे हैं तो राज्य सरकार की तरफ से ऐसे कदम उठाए जाने के पीछे ये संभावना जताई जा रही है कि सरकार को लगता है कि लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया तो कई बार लोग इसे फॉलो नहीं करते। जिसकी वजह से घर के जो बाकी सदस्य हैं या उनके आसपास रहने वाले लोग हैं उनमें फैलाव हो जाता है। अभी राज्य में स्थिति पहले से बेहतर है। मेडिकल सुविधाओं पर ज्यादा दबाव या प्रेशर नहीं है। ऐसे में जो भी नए केस निकलेंगे उनको अपने परिवार से और अपने आसपास के लोगों से अलग करना संभव हो पाएगा। जिससे कोविड सेंटर में रहकर उनका ध्यान रखा जाएगा।
रिव्यू मीटिंग के बाद आया फैसला
महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना पर एक रिव्यू मीटिंग की थी। उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ मीटिंग में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी मौजूद थे। होम आइसोलेशन बंद किए जाने के फैसले को लेकर विस्तृत जानकारी सामने आना बाकी है।
कोरोना के लगभग 22 हजार मामले आए सामने
महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 22,122 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 56,02,019 हो गई। इसके अलावा 361 और रोगियों की मौत के साथ ही मृतकों की तादाद 89,212 तक पहुंच गई है।