By Renu Tiwari | Nov 24, 2025
जाने-माने फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ने कहा कि सिनेमा हमेशा से उनका पहला प्यार रहा है, इसी ने उन्हें कॉस्ट्यूम डिजाइनर बनने की प्रेरणा दी और अब फिल्म निर्माता बनने के लिए प्रेरित किया है। मल्होत्रा फिल्म निर्माता के तौर पर अपनी पहली फिल्म “गुस्ताख इश्क: कुछ पहले जैसा” की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माण में कदम रखना उस सपने के सच होने जैसा है, जिसे उन्होंने केवल छह साल की उम्र में फिल्मों से प्यार करते हुए देखा था। मल्होत्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “मैं ऐसा बच्चा था जिसे बचपन से ही फिल्मों से प्यार था। छह साल की उम्र से ही मुझे फिल्में बहुत पसंद थीं। पढ़ाई से ज्यादा मेरा झुकाव फिल्मों की ओर था। मैं अपनी मां का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे कभी रोका नहीं। मैं ढेरों फिल्में देखता था-उनके गाने, परिधान और जीवनशैली, सब मुझे बहुत आकर्षित करते थे।”
उन्होंने याद किया, “जब मैंने ‘नसीब’ फिल्म देखी तो थिएटर में बैठकर सोच रहा था-क्या मैं कभी ऐसी पार्टी में जा पाऊंगा? इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ‘जॉन जानी जनार्दन’ गाना गाते हैं। जब 1981 में मैंने यश चोपड़ा की ‘सिलसिला’ देखी, तो फिल्म की हर छोटी-छोटी बात पर ध्यान दिया। वहीं से कपड़ों के प्रति प्यार बढ़ा और मैं कॉस्ट्यूम डिजाइन के क्षेत्र में आना चाहता था।”
मल्होत्रा ने 1990 के शुरुआती दशक में कॉस्ट्यूम डिजाइनर के रूप में अपना करियर शुरू किया। वह जल्दी ही बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा स्टाइलिस्ट बन गए। उन्हें ‘रंगीला’, ‘दिल तो पागल है’, ‘कुछ कुछ होता है’ और ‘कभी खुशी कभी ग़म’ जैसी फिल्मों के जरिए परदे पर फैशन को नया अंदाज देने के लिए खूब तारीफ मिली।
News Source- PTI Information