By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 29, 2021
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जहां पेरिस जलवायु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे वहीं उनके बाद राष्ट्रपति पद संभालने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को इस समझौते से हटाते हुए कहा था कि यह अमेरिकी कोयला खान-मजदूरों और ऊर्जा उद्योग के लिए अनुचित है। बाइडन जनवरी में पद संभालने के तुरंत बाद इस एतेहासिक समझौते में फिर से शामिल हो गए थे। पेरिस समझौते के तहत प्रत्येक देश को उत्सर्जन घटाने संबंधी अपने लक्ष्य तय करने हैं और इसका लक्ष्य वैश्विक तापमान वृद्धि को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे रखने का है। पिछले हफ्ते, राष्ट्रपति बाइडन ने अपने देश का पहला जलवायु शिखर सम्मेलन आयोजित किया था जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के 40 नेता शामिल हुए थे। उन्होंने वैश्विक नेताओं से उत्सर्जन को रोकने के लिए अपने-अपने देशों में कदम उठाने का आह्वान किया था।