By अंकित सिंह | May 28, 2021
उन्होंने कहा, ‘‘यह केंद्र और प्रधानमंत्री मोदी ही थे जिन्होंने पहले दिन से लोगों को टीका लगवाने के लिए आग्रह करते रहे। इसके विपरीत विपक्ष शासित मुख्यमंत्रियों और विपक्षी दलों के नेताओं ने महामारी के दौर में गंदी राजनीति की और टीकों को लेकर भ्रम पैदा करते रहे। अब यही लोग अधिक टीकों की मांग कर रहे हैं।’’ स्वास्थ्य को राज्य का विषय बताते हुए फडणवीस ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि महामारी के दौरान भी विपक्ष शासित राज्यों के मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारियों से भागते रहे और ठीकरा केंद्र पर फोडते रहे। उन्होंने कहा, ‘‘महामारी का सामने से मुकाबला करने के बजाय विपक्षी दलों के मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री की आलोचना करने में व्यस्त थे...लेकिन प्रधानमंत्री ने इन राजनीतिक आरोपों में ना पड़ते हुए संकट को संभालने का काम किया। मुख्यमंत्रियों, खासकर विपक्ष शासित राज्यों के, को संकट के इस समय उनके कुशल नेतृत्व और मदद पहुंचाने के लिए आभारी होना चाहिए।’’
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा अन्य कोविड-19 के कुप्रबंधन को लेकर लगातार केंद्र सरकार की आलोचना और प्रधानमंत्री पर हमले करते रहे हैं।