By अनुराग गुप्ता | Jul 08, 2021
चंडीगढ़। पंजाब की कांग्रेस इकाई में जारी घमासान समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। पार्टी की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच का विवाद समाप्त करने का प्रयास किया। हालांकि विवाद कितना थमा है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। इस मुलाकात के बाद अमरिंदर सिंह ने कहा था कि आलाकमान जो भी फैसला करेगा, वह सबको स्वीकार होगा।
नहीं है कोई राजनीतिक संकट
इसी बीच पंजाब कांग्रेस में जारी खींचतान को लेकर वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी का बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अखंड है और मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी। समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि पंजाब में राजनीतिक संकट नहीं है। कांग्रेस अखंड है और मजबूती से चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने आगे बताया कि अगर किसी व्यक्ति का अपना कोई एजेंडा है और वो एजेंडा ट्विटर या किसी अन्य माध्यम से चलाना चाहते हैं तो अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों को इसे बहुत गंभीरता से लेना चाहिए।
वहीं मोदी सरकार 2.0 के पहले मंत्रिमंडल विस्तार पर भी कांग्रेस नेता ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को लगता है कि जो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता हैं वे सरकार नहीं चला सकते। सेवानिवृत बाबूशाही ही सरकार चला सकती है। कुछ भगोड़ों को शामिल किया गया है। एक चीज साफतौर पर झलकती है कि इस सरकार में प्रतिभाओं की कमी है।
एकजुट करने का प्रयास जारी
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी आलाकमान मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू दोनों, के लिए सम्मानजनक स्थिति वाले फॉर्मूले से पंजाब में पार्टी की कलह को दूर करने और कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को एकजुट करने की कोशिश कर रहा है।