By Ankit Jaiswal | Dec 08, 2025
मलयालम अभिनेता दिलीप ने 2017 के बहुचर्चित एक्ट्रेस असॉल्ट केस में बरी होने के बाद पहली बार सार्वजनिक प्रतिक्रिया दी और लगभग नौ वर्षों तक चले कानूनी संघर्ष को लेकर समर्थकों का आभार व्यक्त किया है। मौजूद जानकारी के अनुसार, दिलीप ने कहा कि जिन लोगों ने इस कठिन दौर में उनका साथ दिया और विश्वास बनाए रखा, वह सभी के प्रति कृतज्ञ हैं।
दिलीप ने आरोप लगाया कि मामला शुरू होने की बैकग्राउंड में उनके पूर्व जीवनसाथी मंजू वॉरियर के बयान को आधार बनाया गया। उन्होंने बताया कि “जब मंजू ने इसे साजिश कहा, तभी से इस दिशा में घटनाएं मोड़ लेती गईं और उसके बाद पुलिस ने इस मामले को आगे बढ़ाया,” ऐसा उनका दावा है। गौरतलब है कि इस मामले की शुरुआती जांच में कई पुलिस अधिकारियों पर भी सवाल उठते रहे थे, जिनका उल्लेख दिलीप ने अपने बयान में सीधे तौर पर किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और उनकी टीम ने मुख्य आरोपी व अन्य सहयोगियों को जेल में मिलाकर कहानी तैयार की और उसे मीडिया में प्रसारित करवाया। बता दें कि इस केस के दौरान सोशल मीडिया पर लगातार आरोप-प्रत्यारोप और कथित लीक जानकारियों को लेकर माहौल तनावपूर्ण रहा था। दिलीप ने कहा कि “पुलिस द्वारा गढ़ी गई कहानी अदालत में टिक नहीं सकी और यह स्पष्ट हो गया कि साजिश मुझे आरोपी साबित करने व मेरी छवि ध्वस्त करने के उद्देश्य से की गई थी।”
दिलीप ने सुनवाई पूरी होने और कोर्ट द्वारा बरी किए जाने के बाद कहा कि वह उन सभी के आभारी हैं जिन्होंने प्रार्थनाएं कीं और उनका मनोबल बनाए रखा। मौजूद रिकॉर्ड के मुताबिक दिलीप इस केस में आठवें आरोपी थे, जबकि मुख्य घटना में शामिल छह अन्य आरोपियों को षड्यंत्र, अपहरण, यौन उत्पीड़न व अन्य गंभीर धाराओं में दोषी ठहराया गया है।
यह मामला उस घटना से जुड़ा है जिसमें एक अभिनेत्री का अपहरण कर चलती कार में हमला किया गया था। अदालत ने आठ वर्ष से अधिक समय तक चली सुनवाई के बाद छह आरोपियों को दोषी करार दिया, जबकि दिलीप को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया गया है।