By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 26, 2020
नयी दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच घरेलू इस्पात कंपनियां अपना उत्पान घटा सकती हैं। इसमें निजी और सार्वजनिक क्षेत्र दोनों की कंपनियां शामिल हैं। निजी क्षेत्र की जेएसडब्ल्यू स्टील पहले ही अपने संयंत्रों में उत्पादन घटाने का निर्णय कर चुकी है। इस्पात उद्योग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि टाटा स्टील, जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड, आर्सेलर मित्तल, निप्पॉन स्टील इंडिया के साथ स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) और राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) उत्पादन कटौती पर विचार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन से इस्पात विनिर्माण में लगने वाले कच्चे माल की आपूर्ति प्रभावित हुई है। उद्योग से जुड़े कर्मचारियों को अपने कार्यालय पहुंचने में दिक्कत आ रही है। इसलिए उत्पादन कटौती पर विचार किया जा रहा है।
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सूत्रों ने कहा कि सिर्फ भंडार भरने के लिए उत्पादन करने का कोई मतलब नहीं है। विनिर्माता जब तक उत्पादन करते रहेंगे तब तक उत्पाद का ढेर लगता रहेगा। वह भट्ठियों को बंद नहीं कर सकते हैं क्योंकि उनका लगातार काम करते रहना जरूरी है। लेकिन वह उत्पादन को घटा सकते हैं। इस्पात कारखानों में लगी भट्ठियां 30 मीटर ऊंची होती हैं जो विशेष तरह की ईंटो से बनी होती हैं। इसका तापमान 2,000 डिग्री सेल्सियस तक होता है। यदि इन्हें एक बार बंद कर दिया गया तो इन्हें दोबारा गर्म करने में महीनों का वक्त लगता है।