CO-win ऐप का सार्वजनिक भलाई के कामों में व्यापक रूप से उपयोग किया जा सकता है: हर्षवर्धन

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 05, 2021

नयी दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 रोधी टीकाकरण को गति देना समय की आवश्यकता है। ऐसे में भारत कोविन प्लेटफॉर्म को दुनिया के समक्ष एक ऐसे प्रौद्योगिकी उपकरण के रूप में पेशकश कर रहा है जिसका सार्वजनिक भलाई के कामों में व्यापक रूप से उपयोग किया जा सकता है। डिजिटल माध्यम से वैश्विक कोविन सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत 36 करोड़ कोविड टीके लगाने के करीब पहुंच रहा है, जो कि टीकाकरण अभियान शुरू होने के छह महीने से भी कम समय में हासिल की गई उपलब्धि है।

इसे भी पढ़ें: शराब की 12 बोतल को खाली कर गये चूहे, मालिक ने खोली दूकान तो था ऐसा मंजर...

इस दौरान हमने यह भी कहा है कि दिसंबर तक हम अपनी पूरी वयस्क आबादी को टीका लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सम्मेलन में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, गुयाना, एंटीगुआ और बारबुडा, सेंट किट्स एंड नेविस और जाम्बिया सहित 142 देशों के गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। हर्षवर्धन ने कहा कि वर्तमान सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट जैसी साझा चुनौतियों से केवल साझा कार्यों और संसाधनों के माध्यम से निपटा जा सकता है। सभी को टीका लगना महामारी को रोकने और समाप्त करने की कुंजी है, इस बात पर और अधिक जोर नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा, दुनिया भर में टीकाकरण की गति को तेज करना समय की मांग है।

इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश के खेलकूद राज्य मंत्री पर आपत्तिजनक नारे लगाने के आरोप में सपा के पांच कार्यकर्ता गिरफ्तार

इसके लिए, हम कोविन प्लेटफॉर्म को एक प्रौद्योगिकी उपकरण के रूप में पेश करने को लेकर उत्साहित हैं, जिसका सार्वजनिक भलाई के कामों में अधिक से अधिक उपयोग किया जा सकता है। मुझे आशा है कि आप सभी देश हमारी पेशकश से मूल्य और लाभ प्राप्त करने में सक्षम हैं। हर्षवर्धन ने कहा, हमारा कोविन प्लेटफॉर्म डिजिटल इंडिया कार्यक्रम की सफलता का दर्पण है, जिसने लगातारविकास पथ पर कदम बढ़ाए हैं तथा कई मील के पत्थर हासिल किए हैं। सम्मेलन का आयोजन संयुक्त रूप से स्वास्थ्य और विदेश मंत्रालय व राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) द्वारा किया गया था।

प्रमुख खबरें

Sydney Bondi Beach पर आतंकी हमला: हनुक्का कार्यक्रम में फायरिंग, 11 की मौत

दिल्ली की हवा फिर जहरीली: AQI 459 के साथ ‘सीवियर’ श्रेणी में पहुंचा प्रदूषण

नशा, न्यायिक सुधार और रोस्टर व्यवस्था पर मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत की बेबाक राय — जानिए क्या कहा?

Stanford की रिपोर्ट: AI में भारत की धाक, दुनिया में तीसरे पायदान पर, विकसित देशों को पछाड़ा