By रेनू तिवारी | May 16, 2025
झारखंड में बृहस्पतिवार को एक अभियान के दौरान बिजली गिरने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक अधिकारी की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह घटना पश्चिमी सिंहभूम जिले के केरीबरू गांव में रात करीब 10.30 बजे हुई। अधिकारियों ने बताया कि 26वीं बटालियन के सेकेंड-इन-कमांड अधिकारी एम पी सिंह की बिजली गिरने से मौत हो गई, जबकि सहायक कमांडेंट एस के मंडल घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारी एक अभियान के तहत जंगलों में गए थे।
बिजली गिरने से सीआरपीएफ अधिकारी की मौत
मृत अधिकारी की पहचान महारबाम प्रबो सिंह (46) के रूप में हुई, जो 26वीं बटालियन में सेकेंड-इन-कमांड के पद पर थे। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मणिपुर के पश्चिमी इंफाल जिले के मूल निवासी सिंह एक महत्वपूर्ण नक्सल विरोधी अभियान के तहत घने जंगल में सीआरपीएफ कर्मियों की एक इकाई का नेतृत्व कर रहे थे, जब बिजली गिरी।
झारखंड पुलिस के दो जवान भी घायल हुए
सिंह के साथ मौजूद सहायक कमांडेंट सुबीर कुमार मंडल भी इस घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत चिकित्सा के लिए अस्पताल ले जाया गया। जानकारी के अनुसार, बाद में मंडल को आगे के इलाज के लिए टाटा मेन हॉस्पिटल नोवामुंडी रेफर कर दिया गया। इस घटना में झारखंड पुलिस के दो जवान भी घायल हुए हैं। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों अधिकारी ऑपरेशन में सबसे आगे थे, जब प्रकृति ने क्रूर प्रहार किया, तो वे चुनौतीपूर्ण मौसम और ऊबड़-खाबड़ इलाकों में अपने जवानों का मार्गदर्शन कर रहे थे। पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है, जिससे संघर्ष-ग्रस्त क्षेत्र में पहले से मौजूद खतरे और बढ़ गए हैं।
झारखंड के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने से चार लोगों की मौत
झारखंड के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने से चार लोगों की मौत पिछले महीने झारखंड के हजारीबाग जिले में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई थी। ये घटनाएं 10 अप्रैल को पद्मा और चर्चू ब्लॉक में हुई थीं। पद्मा ब्लॉक में दो चचेरे भाइयों समेत तीन लोगों की जान चली गई। उनकी पहचान शिव पूजन साव, अजय साव और सूरज कंडू के रूप में हुई है। अधिकारियों के अनुसार, वे कथित तौर पर एक खेत में मवेशी चरा रहे थे और एक झोपड़ी के नीचे शरण लिए हुए थे, तभी बिजली गिरी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।