By अभिनय आकाश | Aug 13, 2019
दिल्ली के तुग़लकाबाद में शनिवार को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा संत रविदास मंदिर गिराए डजाने के बाद देश की राजधानी से लेकर पंजाब तक की सियासत गर्म हो गई है। पंजाब में मंगलवार को बंद का ऐलान किया गया और इस बंद का व्यापक असर देखने को मिला। कई नेशनल हाईवे बाधित हैं। इसके अलावा हरियाणा में भी लोग सड़कों पर उतरे हैं। कई जगहों पर जबरन दुकाने बंद करवाए जाने की खबर है।
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पूरे राज्य में बंद को लेकर रविदास समाज के लोग विभिन्न जगहों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और सड़कों पर धरना दे रहे हैं। राज्य में अधिकतर स्थानों पर बाजार बंद हैं और सड़क यातायात ठप हो गया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 9 अगस्त 2019 को डीडीए को आदेश दिया कि वो पुलिस की मदद से इस जगह को खाली कराए और ढांचे को हटाये।
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दिल्ली पुलिस और दिल्ली के मुख्य सचिव सुनिश्चित करें कि ढांचा हटाया गया है। जिसके बाद मंदिर हटाए जाने का रोष और 13 अगस्त को पंजाब बंद का ऐलान, इसके साथ ही 15 अगस्त को काला दिवस के रूप में मनाने की अपील के बाद सीएम ने इस मामले में पीएम से हस्तक्षेप की अपील भी की थी। खबर के मुताबिक संगठन द्वारा राज्य बंद के ऐलान के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दखल देने की अपील की है. इसके साथ ही उन्होंने शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी से बात कर उस जगह को फिर से मंदिर के लिए आवंटित करने की बात कही।
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इस मामले को लेकर सियासत भी तेज हो गई है राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया भी लगातार आ रही है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने गुरु रविदास के मंदिर को गिराए जाने को अपराध बताया है। सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर जानबूझ कर रविदास समाज का अपमान करने के आरोप भी लगाए।
वहीं आप सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने संत गुरु रविदास मंदिर को डीडीए द्वारा तोड़े जाने पर इसे करोड़ों लोगों की आस्थाओं को ठेस पहुंचाने वााल कदम बताया है।