कोविड वार्ड में भर्ती मरीज की ऑक्सीजन हटाने से मौत, सीसीटीवी में वार्ड बॉय हटाता दिखा ऑक्सीजन

By दिनेश शुक्ल | Apr 15, 2021

शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में लापरवाही के चलते कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गई। यहां भर्ती एक कोरोना मरीज की ऑक्सीजन मशीन वार्ड बॉय ने हटा दी।नतीजन मरीज काफी देर तक तड़पता रहा और आखिरकार उसने बेटे के सामने ही दम तोड़ दिया। मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल में हंगामा भी किया।इस पूरे घटना क्रम का वीडिया सामने आया है, जिसमें सिलेंडर हटाने से लेकर मरीज की मौत तक का पूरा घटनाक्रम कैद है।

 

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मामला शिवपुरी जिला अस्पताल के कोविड आईसीयू का है। यहां भर्ती एक मरीज सुरेंद्र शर्मा की बुधवार सुबह मौत हो गई। परिजनों का आरोप था कि कोविड आईसीयू में तैनात स्टाफ व डॉक्टरों ने मंगलवार रात को सुरेन्द्र शर्मा को जो ऑक्सीजन लगा हुआ था उसे हटा दिया था। मृतक के परिजनों की मांग थी कि कोविड आईसीयू में लगे सीसीटीवी की पड़ताल कर आरोपित स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके बाद ही वह मृतक के शव को अंतिम संस्कार के लिए जाने देंगे। हालांकि, सुबह तक अस्पताल प्रबधंन गलती से इंकार करता रहा लेकिन बाद में मामला बढ़ता देख वार्ड में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे गए, जिसमें वार्ड में तैनात एक युवक मरीज को लगा ऑक्सीजन सपोर्ट हटाता दिखाई दिया। 

 

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इसके बाद मरीज ने तड़प तड़पकर बेटे के सामने ही बिस्तर पर दम तोड़ दिया। इससे पहले ऑक्सीजन मास्क को मुंह से दबाकर ऑक्सीजन लेने की कोशिश करते रहे। उन्हें क्या पता था कि ऑक्सीजन देने वाली मशीन (सिलेंडर) ही नहीं है। वे कभी अपना सिर घुटनों के बीच फंसाते तो कभी सिर पटकते रहे। नौ घंटे तक न तो डॉक्टर आए और न ही कोई स्टाफ आया जिसके बाद में बेटा पहुंचा तो उसने तड़पते पिता को आईसीयू में ले जाने की कोशिश की लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मृतक के बेटे दीपक शर्मा ने कहा कि मंगलवार रात 11 बजे तक वह पिता के साथ थे। अगले दिन सुबह अस्पताल से फोन आया। रात में किसी ने ऑक्सीजन हटा दी, वे तड़पते रहे। मैं पहुंचा तो देखा कि पिता का ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं था। मैंने डॉक्टर, नर्सों से बोला ऑक्सीजन लगा दीजिये लेकिन उन्होंने नहीं लगाया इसी दौरान करीब 10-15 मिनट में पिता की मृत्यु हो गई।

 

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वही घटना के बाद मेडीकल कॉलेज के अधीक्षक ने डॉ. अनंत कुमार राखोड़े, प्राध्यापक एवं विभागध्यक्ष सहित आरएमओ डॉ. अनूप गर्ग और सहायक प्राध्यापक डॉ. शम्मी जैन की तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर 48 घंटे में जांच पूरी करने का निर्देश दिया है। इसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।