By अनन्या मिश्रा | Sep 01, 2025
हर साल भारत में 1 सितंबर से 7 सितंबर तक 'नेशनल न्यूट्रिशन वीक' मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य सेहत और तंदुरुस्ती के लिए पोषण के महत्व पर ध्यान देना है। यह दिन संतुलित आहार के फायदों के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर लोग अनहेल्दी खाने पर फोकस करते हैं। जोकि स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं माना जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस दिन के इतिहास, थीम और महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं।
बता दें कि भारत में पहली बार साल 1982 में 'नेशनल न्यूट्रिशन वीक' मनाया गया था। तब से लेकर आज तक हर साल सितंबर महीने के पहले सप्ताह में इस दिन को मनाया जाता है। पोषण की जरूरत को समझते हुए भारत सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की शुरूआत की गई थी। यह भारत सरकार का एक अभियान है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करता है कि लोग सही आहार के महत्व को समझने के साथ दैनिक जीवन में पोषण तत्वों से भरपूर डाइट को शामिल करें।
हर साल 1 सितंबर से लेकर 7 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण सप्ताह अभियान के आयोजन के तहत लोगों में सही डाइट के प्रति जागरुकता फैलाने का काम किया जाता है। इस सप्ताह के माध्यम से लोगों को पौष्टिक और संतुलित आहार के महत्व के बारे में जानकारी दी जाती है। जिससे कि हर व्यक्ति संतुलित आहार और सही पोषण लेकर स्वस्थ और सशक्त जीवन जी सके।
हर साल राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के लिए एक विशेष थीम रखी जाती है। जोकि पूरे सप्ताह के दौरान होने वाली एक्टिविटीज और कार्यक्रमों की दिशा निर्धारित करती हैं। इस बार राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की थीम 'बेहतर जीवन के लिए सही खाएं' रखी गई है।