By अभिनय आकाश | Mar 16, 2022
दुनिया भर के अधिकांश देश कोविड -19 मामलों में गिरावट के साथ 'सामान्य जीवन' की तरफ बढ़ रहे हैं। लेकिन चीन वर्तमान में दो वर्षों में वायरस का सबसे खराब प्रकोप को झेल रहा है। चीन और यूरोप के कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट डेल्टाक्रॉन के मामले डराने लगे हैं। चीन सहित कई देशों में कोविड -19 मामलों में नए उछाल के बाद अब भारत भी अलर्ट मोड पर आ गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोविड -19 टास्क फोर्स के शीर्ष सदस्यों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की है। स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें देश में उच्च स्तर की सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जबकि भारत सरकार चीन, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और कुछ यूरोपीय देशों में रिपोर्ट किए जा रहे कोविड-19 मामलों में नई लहर के बारे में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोपीय देशों में बढ़ते कोविड मामलों पर नीति आयोग के डॉ वीके पॉल, एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया और स्वास्थ्य सचिव के साथ बैठक की। उन्होंने सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए संक्रमितों की जीनोम सीक्वेंसिंग करने को भी कहा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कि क्या देश में एक नए वैरिएंट यानी डेल्टाक्रॉन की उत्पत्ति हुई है या नहीं? बैठक के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने 27 मार्च से कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम और अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को फिर से शुरू करने की भी समीक्षा की है।
चीन में कोरोना के मामलों में तेजी
चीन में एक दिन पहले के मुकाबले कोरोना वायरस संक्रमण के दोगुने दैनिक मामले सामने आए। चीन, वैश्विक महामारी के शुरुआती दिनों के बाद से अब तक के सबसे बड़े प्रकोप का सामना कर रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 3,507 नए मामले सामने आए, जबकि उससे एक दिन पहले 1,337 दैनिक मामले सामने आए थे।