By अंकित सिंह | Mar 14, 2022
तृणमूल कांग्रेस के जिन नेताओं की मीडिया में खूब चर्चा रहती है उनमें डेरेक ओ ब्रायन का भी नाम शामिल है। डेरेक ओ ब्रायन ने राजनीति के साथ-साथ टेलीविजन और क्विज मास्टर के क्षेत्र में भी अपनी अलग पहचान बनाई है। वर्तमान में देखें तो वह पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के सदस्य हैं। तृणमूल कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता होने के साथ-साथ वह राज्यसभा में पार्टी के संसदीय दल के नेता भी हैं। राजनीति से पहले उन्होंने बॉर्नविटा क्विज प्रतियोगिता और अन्य शो में क्विज मास्टर के रूप में भी काम किया था। डेरेक ओ ब्रायन एक आयरिश परिवार से आते हैं। उनके पूर्वज आयरिश सैनिक थे जो बंगाल आए थे। उन्होंने बंगाली समुदाय में शादी की थी।
डेरेक ओ ब्रायन का जन्म 13 मार्च 1961 को हुआ था। उनके दादा ओमोस ओ ब्रायन बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के प्रमुख के रूप में सेवा करने वाले पहले ईसाई थे। डेरेक ओ ब्रायन की शुरुआती शिक्षा-दीक्षा कोलकाता और दिल्ली में हुई है। डेरेक ओ ब्रायन के पिता नील ओ ब्रायन हैं जिन्होंने प्रकाशन में काम किया है और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में सेवानिवृत्त हुए। इसके साथ उन्होंने 2 दशकों तक एंग्लो-इंडियन समुदाय का भी नेतृत्व किया है। डेरेक ओ ब्रायन ने शुरुआत में एक स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट के रूप में काम किया था। बाद में उन्होंने कई क्वीज शो होस्ट की। इसके लिए उन्होंने विभिन्न देशों का दौरा भी किया जिसमें यूएई, कुवैत, कतर, ओमान, सिंगापुर, श्रीलंका, बांग्लादेश, यूनाइटेड स्टेट्स शामिल हैं।
डेरेक ओ ब्रायन ने साल 2004 में तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा था। वह ममता बनर्जी से काफी प्रभावित रहे हैं। डेरेक ओ ब्रायन को शुरुआत में ही पार्टी का प्रवक्ता बना दिया गया। वह बेहतरीन अंग्रेजी बोलते हैं। ममता बनर्जी के सिंगूर आंदोलन के दौरान वह नेशनल मीडिया में खूब दिखाई देते थे। 2011 में तृणमूल कांग्रेस की ओर से उन्हें राज्यसभा भेजा गया। 2012 में उन्हें तृणमूल कांग्रेस का राज्यसभा में मुख्य व्हिप पर बनाया गया। 2012 के राष्ट्रपति चुनाव में डेरेक ओ ब्रायन ने वोट डाला। माना जाता है कि उनका वोट एंग्लो-इंडियन समुदाय के एक निर्वाचित सदस्य द्वारा किया गया राष्ट्रपति वोट था। 2012 में उन्होंने भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित किया था।
दूसरी बार 2017 में उन्हें राज्यसभा में भेजा गया है। डेरेक ओ ब्रायन सरकार के कई कमेटियों के सदस्य भी हैं। संसद में सरकार के विरोध में अपनी आवाज को वह बुलंद तरीके से रखते हैं। ममता बनर्जी के साथ भाजपा सरकार के खिलाफ हल्ला बोल उनका जारी रहता है। कई अहम मौकों पर मजबूती से वह पार्टी का पक्ष रखते हैं। वर्तमान में देखे तो डेरेक ओ ब्रायन तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेताओं में से एक हैं जिन पर ममता बनर्जी सबसे ज्यादा भरोसा करती हैं।