By एकता | Dec 07, 2025
कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में रविवार को 'सनातन संस्कृति संसद' द्वारा 'लोकखो कंठे गीता पाठ' (लाखों कंठों से गीता पाठ) का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 5 लाख से ज्यादा लोगों ने एक साथ पवित्र भगवत गीता का पाठ किया, जिससे आस्था और उत्साह का माहौल बन गया।
इस कार्यक्रम में शामिल हुए बागेश्वर धाम सरकार आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस आयोजन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, 'आज, पश्चिम बंगाल के कोलकाता की पवित्र भूमि पर 500,000 लोगों ने एक साथ गीता का पाठ किया। उत्साह और आस्था की लहर देखकर ऐसा लगा जैसे कोलकाता में महाकुंभ मेला लगा हो।'
उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म की एकता ही इस देश और दुनिया के लिए विश्व शांति का सबसे बड़ा साधन है। शास्त्री ने जोर देकर कहा, 'भारत में, हम 'सनातन' चाहते हैं, 'तनातानी' नहीं। भारत में, हम 'भगवा-ए-हिंद' चाहते हैं, 'गजवा-ए-हिंद' नहीं।'
मुर्शिदाबाद के बेल्डंगा में निलंबित टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर द्वारा रखी गई बाबरी मस्जिद की नींव के पत्थर पर भी धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'अगर किसी की ऐसी आस्था है, तो वह अपनी आस्था के अनुसार इसे स्वीकार कर सकता है। इसमें कोई गलती या अपराध नहीं है।'
हालांकि, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, 'लेकिन कोई भी हमारे भगवान राम पर टिप्पणी नहीं कर सकता। अगर हमारे मंदिर बनने पर कोई टिप्पणी करता है, तो उसका अहंकार सामने आ जाएगा।'