By अभिनय आकाश | Nov 01, 2021
31 अक्टूबर की तारीख की भारतीय इतिहास में अपनी एक खास जगह है। इसी तारीख को भारत के लौह पुरूष कहे जाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म हुआ था। दुर्भाग्यवश इसी तारीख को भारत की ऑयर लेडी कहे जानी वाली इंदिरा गांधी ने आखिरी सांस ली थी। इंदिरा गांधी के अंगरक्षकों बेअंत सिंह और सतवंत सिंह ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की वजह से उन्हें गोली मार दी थी। यूपीए सरकार के दौर में 31 अक्टूबर को अखबारों के पन्ने इंदिरा गांधी की याद में भरे रहते थे। वहीं सरदार पटेल को याद करने वाले इक्का-दुक्का हुआ करते थे। लेकिव वक्त बदली और नए निजाम की दस्तक के साथ ही रवानगी भी पूरी तरह से बदल गई।
31 अक्टूबर की तारीख को केंद्र की बीजेपी सरकार से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार तक हर कोई लौह पुरूष को याद कर रहा है और अखबारों के पन्ने भी उनके जन्म जयंती के विज्ञापन से भरे पड़े हैं। ट्विटर पर पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी को एक लाइन में याद जरूर किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
सुनील जाखड़ ने उठाए सवाल
पंजाब की कांग्रेस सरकार ने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद नहीं किया। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने अपनी ही पार्टी को निशाने पर लिया है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर अखबारों में विज्ञापन जारी न करने पर चरणजीत सिंह चन्नी सरकार पर जमकर आलोचना की। जाखड़ ने एक ट्वीट में इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर पिछले साल (तत्कालीन मुख्यमंत्री) अमरिंदर सिंह सरकार की ओर से जारी किए गए विज्ञापन को पोस्ट किया और लिखा कि चन्नी सरकार इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करना भूल गई। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में जोड़ते हुए कहा, 'मैं जानता हूं कि कैप्टन साब (अमरिंदर) पिछले साल पंजाब सरकार के इस विज्ञापन का उपयोग करने से बुरा नहीं मानेंगे, क्योंकि आज कोई भी नहीं दिखाई दिया।