शासन और सेवा को पर्याय बनाने के कारण अटल जी सच्चे भारत रत्न: नायडू

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 10, 2018

नयी दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शासन एवं सेवा को पर्याय के रूप में सिद्ध किया, जिसके कारण वह सच्चे ‘भारतरत्न’ कहलाने के हकदार हैं। नायडू ने वाजपेयी के जीवन पर आधारित तीन पुस्तकों का आज विमोचन करते हुये कहा कि लोकतंन्त्र, शासन की आदर्श प्रणाली होती है और अटल जी इसी आदर्श को प्रतिष्ठित करने में सफल रहे, इस कारण उनके शासन को सुशासन के रूप में याद किया जाता है। उन्होंने कहा ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि अटल जी ने शासन और सेवा, इन दो शब्दों को पर्याय के रूप में सिद्ध किया है, इसलिये वह सच्चे भारतरत्न हैं।’’ 

 

नायडू ने लेखक डॉ. सुरेश चंद द्वारा लिखित पुस्तक “सर्वप्रिय अटल जी” , किंगशुक नाग द्वारा लिखित “जननायक अटल जी” एवं डॉ. रश्मि द्वारा लिखित “अटल जीवनगाथा” का विमोचन किया। प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित इन पुस्तकों के विमोचन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये नायडू ने कहा कि अटल जी ने सदैव जनकल्याण को ही वरीयता दी थी। किसानों, निर्धनों, अशिक्षित, बेसहारा और उपेक्षित वर्गों के लिए उन्होने अनेक ऐसी कल्याणकारी योजनाओं का आरंभ किया जो आज देश के लिए नवीन विकास की वाहक बनीं।

 

उपराष्ट्रपति ने कहा कि अपने नाम के अनुरूप अटल जी का व्यक्तित्व भी अटल है जिसकी वजह से वह देश के लिए किये गये अपने संकल्पों को निभाने में कामयाब रहे। नायडू ने कहा ‘‘यह अटल जी के जीवन की विराटता ही है कि उसे शब्दों में समेटना अपने आप में एक चुनौती भरा काम है। पर एक बात सच है कि अटल जी पहले एक सुकोमल कवि हैं और बाद में एक आदर्श राजनेता।’’ इस अवसर पर संसदीय कार्य राज्यमंत्री विजय गोयल भी मौजूद थे। इस दौरान अटली जी के सार्वजनिक जीवन पर आधारित फोटो प्रदर्शनी भी लगायी गयी। 

 

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