By आरती पांडेय | Oct 13, 2021
नवरात्रि के आठवें दिन यानी अष्टमी तिथि पर देवी के आठवें स्वरूप महागौरी नमामि गंगे की ओर से पूजा अर्चना किया गया इसके उपरांत नमामि गंगे ने नौ कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर पूजन किया। कन्याओं के साथ ही भैरव के प्रतीक स्वरूप बटुकों का भी पूजन किया गया। कन्याओं का स्वागत करने के बाद उन्हें भोग स्वरूप प्रसाद अर्पित किया गया। कन्याओं को हलवा, पूड़ी, सब्जी, चने की घुघरी और मिष्ठान का भोग लगाया गया।
इसके साथ ही उन्हें उपहार एवं दक्षिणा दिया गया। पूजन के दौरान स्वच्छता का संदेश देते हुए कन्याओं में झोले का वितरण हुआ। दुर्गा स्वरुपा कन्याओं ने वहां उपस्थित सभी लोगों से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने की अपील की। इस सारे कार्यक्रम के संयोजक राजेश शुक्ला ने बातचीत में कहा कि नवरात्र में माता दुर्गा स्वच्छता का भी संदेश देती हैं, उन्हें साफ सफाई अधिक प्रिय है और जहां स्वच्छता होती है। वही उनका वास होता है, बिना स्वच्छता के माता कोई पूजा स्वीकार नहीं करती हैं।
स्वच्छता धर्म है इसलिए हर पूजा पद्धति में स्वच्छता सर्वोपरि है। सिंगल यूज प्लास्टिक ने हमारे जीवन में गंदगी उत्पन्न कर कूड़े-कचरे का अंबार खड़ा कर दिया है। पॉलिथीन के उपयोग के कारण हमारे पर्यावरण पर हानिकारक असर पड़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा की सिंगल यूज प्लास्टिक हमारी माता की तरह हितकारिणी एवं नदियों के लिए जहरीला साबित हो रहा है, इसलिए हमें इसके उपयोग से बचना चाहिए और हमारे पर्यावरण को सुरक्षित रखना चाहिए। नमामि गंगे ने कन्याओं के माध्यम से सभी लोगों से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का आग्रह किया है।