By अंकित सिंह | Sep 19, 2022
महाराष्ट्र में दशहरा रैली को लेकर शिंदे गुट और उद्धव गुट के बीच जबरदस्त तरीके से वार-पलटवार का दौर चल रहा है। अपने स्थापना के साथ ही शिवसेना लगातार मुंबई के शिवाजी पार्क में दशहरा के मौके पर भव्य रैली करती आई है। इस रैली में राज्य भर से शिवसेना कार्यकर्ता भारी संख्या में इकट्ठा होते हैं। हालांकि, इस बार शिवसेना दो गुटों में बंट चुकी है। दोनों गुट की ओर से शिवाजी पार्क पर दावा किया जा रहा था। इन सबके बीच खबर यह है कि शिंदे गुट को बीकेसी ग्राउंड में रैली की मंजूरी मिल गई है। इसके लिए शिंदे गुट की ओर से पहले ही अर्जी दाखिल की जा चुकी थी। इस ग्राउंड पर उद्धव गुट की ओर से भी अर्जी दाखिल की गई थी। हालांकि, इसे अब खारिज कर दिया गया है।
ऐसे में उद्धव गुट के सामने शिवाजी पार्क में ही दशहरा रैली करने का विकल्प बचा है। लेकिन इसकी मंजूरी अब तक नहीं मिल पाई है। हालांकि, उद्धव ठाकरे की ओर से लगातार यह दावा किया जा रहा है कि उनकी पार्टी दशहरा रैली अवश्य करेगी। यह अलग बात है कि उन्हें शिवाजी पार्क में इस रैली करने की इजाजत ही ना दी जाए। सूत्रों का मानना है कि कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए शिवसेना के दोनों गुट को रैली की अनुमति देने की संभावना बेहद कम है। दोनों गुट के नेता और कार्यकर्ता आपस में लगातार भिड़ते रहते हैं जिसकी वजह से एक ही दिन दोनों गुटों को रैली करने की इजाजत देना कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती है। यही कारण है कि पुलिस फिलहाल अनुमति देने से बच रही है।
हालांकि, उद्धव ठाकरे गुट लगातार शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के आयोजन को लेकर अपना दावा ठोक रहा है। खबर यह भी है कि शिवाजी पार्क को लेकर कानूनी सलाह भी ली जा रही है। बाला साहब ठाकरे ने इसी शिवाजी पार्क में शिवसेना की की नींव रखने के बाद दशहरा रैली को संबोधित किया था। तब से शिवसेना का इस मैदान से जुड़ाव रहा है। जब पहली बार महाराष्ट्र में भाजपा शिवसेना की सरकार बनी थी तो शपथ ग्रहण समारोह भी शिवाजी पार्क में रखा गया था। इसी पार्क से बाला साहब ठाकरे ने भी चुनावी शंखनाद किया था। शिवाजी पार्क में किसी भी आयोजन की इजाजत बीएमसी से की ओर से दिया जाता है। फिलहाल वहां बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।