करनाल।
भारतीय किसान यूनियन के नेता
राकेश टिकैत ने बृहस्पतिवार को कहा कि आंदोलनकारी किसान लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं और मांगें पूरी होने पर ही पीछे हटेंगे। टिकैत ने दोहराया कि केंद्र को
कृषि कानून वापस लेने चाहिए तथा
एमएसपी पर कानूनी गारंटी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून किसानों को ही नहीं, बल्कि दूसरे तबकों को भी प्रतिकूल तरह से प्रभावित करेंगे। टिकैत ने करनाल जिले के असंध में एक महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘लड़ाई केवल किसानों की नहीं है, बल्कि यह गरीब, छोटे व्यापारियों के लिए भी है...।’’
उन्होंने कहा कि किसान लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं और ‘‘यह आंदोलन लंबा चलेगा। हमने नवंबर-दिसंबर तक की तैयारियां की हैं।’’ अपने दिवंगत पिता महेंद्र सिंह टिकैत का जिक्र करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, ‘‘टिकैत साहब कहा करते थे कि जब हरियाणा आंदोलन के समर्थन में खड़ा होता है तो सरकार कांप जाती है।’’ टिकैत ने कहा कि सरकार महामारी की आड़ में उन स्थानों पर प्रतिबंध लगा सकती है जहां बड़ी संख्या में किसान बैठे हैं, लेकिन ‘‘यह हमें डिगा नहीं पाएगा।