By अनुराग गुप्ता | Jun 29, 2019
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से तृणमूल सांसद नुसरत जहां के खिलाफ फतवा जारी हुआ है। बता दें कि यह फतवा मुस्लिम धर्मगुरुओं ने इस आधार पर जारी किया है कि उन्होंने एक हिन्दू लड़के के साथ शादी की और साड़ी, सिंदूर और मंगलसूत्र पहनकर संसद पहुंचीं। मुस्लिम धर्मगुरुओं का कहना है कि मुस्लिम लड़कियों को सिर्फ मुस्लिम लड़कों से ही निकाह करना चाहिए।
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मुस्लिम धर्मगुरुओं की तरफ से यह बयान आया ही था कि नुसरत जहां के बचाव में भाजपा की फायरब्रांड नेता साध्वी प्राची सामने आ गई और उन्होंने मुस्लिम धर्मगुरुओं को जमकर लताड़ा। साध्वी प्राची ने कहा कि अगर कोई मुस्लिम महिला हिंदू व्यक्ति से शादी कर ले और बिंदी लगाए, मंगलसूत्र पहने और बिछुए पहनती है तो मुस्लिम धर्मगुरु उसे हराम बताते हैं। मुझे इन लोगों की बुद्धि पर तरस आता है लेकिन कई मुस्लिम पुरुष हिंदू बेटियों को लव जिहाद के नाम पर फंसाते हैं और उन्हें बुर्का पहनने को कहते हैं, उस वक्त हराम नहीं होता क्या।
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इसी के साथ साध्वी प्राची ने तीन तलाक का भी जिक्र किया और कहा कि अगर धर्मगुरुओं को फतवे जारी करने थे तो तीन तलाक के विरोध में जारी करते। लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया। उन्होंने किया भी तो नुसरत जहां पर मंगलसूत्र पहनने को लेकर किया। दरअसल नुसरत जहां ने 19 जून को कोलकाता के कारोबारी निखिल जैन से तुर्की में शादी की थी। जिसकी वजह से वह लोकसभा में शुरुआती दिनों में शपथ ग्रहण नहीं कर पाई थीं और बाद में वह हिन्दू रीति-रिवाज के कपड़े पहनकर संसद पहुंचीं और सदस्यता ग्रहण की।