मीडिया पर भड़के फिल्म निर्देशक अनुभव सिन्हा, कहा- टीआरपी के लिए कुछ भी कर रहे हैं

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 21, 2020

मुम्बई, 21 सितंबर फिल्मकार अनुभव सिन्हा का कहना है कि हिंदी फिल्मोद्योग के बारे में टेलीविजन समाचार चैनलों पर नकारात्मक धारणा बनायी गयी है और प्रशंसकों के बीच उसका कोई महत्व नहीं है। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद से लेकर अब कथित ड्रग व्यसन को लेकर बवंडंर उठ खड़ा हुआ है। टीवी चैनलों की रिपोर्टिंग कई लोगों को खटकने लगी है और वे इसे असंवेदनशील एवं दखल बताने लगे हैं। पिछले कुछ महीनों से बॉलीवुड के बारे में टीवी की खबरों के आलोचक रहे सिन्हा ने कहा, ‘‘इन टीवी चैनलों की टीआरपी देखिए। उनकी कोई अहमियत ही नहीं है।

इसे भी पढ़ें: ऋचा चड्ढा ने मीटू मामले में अपना नाम लिए जाने पर कानूनी कार्रवाई शुरू की

नकारात्मकता केवल टीवी खबरिया चैनलों पर है। क्या आपको लगता है कि सड़कों पर प्रशंसक कुछ भिन्न महसूस करने लगे हैं? नहीं।’’ फिल्म ‘थप्पड़’ के निर्देशक ने कहा कि दर्शक समझने लगे है कि कैसे एजेंडा लगातार बदलता जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘वे इन समाचार चैनलों की खबरों के जरिए देख सकते हैं। वे देख सकते है कि कैसे ये चैनल अपना लक्ष्य हत्या से लेकर ड्रग, तो कभी किसी के गायब होने तक बदल रहे हैं। ’’ काम के मोर्चे पर सिन्हा अपने संगीत वीडियो ‘बंबई में का बा’ के लोकप्रिय होने से खुश हैं।

इसे भी पढ़ें: अनुष्का शेट्टी और आर माधवन की भूतिया फिल्म 'निशब्दम' का ट्रेलर रिलीज, पेंटिंग में छुपा प्रेत का राज

 

इस भोजपुरी रैप को डॉ. सागर ने लिखा है, इसका संगीत अनुराग सैकिया ने तैयार किया है तथा अभिनेता मनोज वाजपेयी ने इसे गाया है। इसमें मुम्बई जैसे शहर में प्रवासी श्रमिकों की अपनी जीविका को लेकर जद्दोजहद को बयां किया गया है।

प्रमुख खबरें

Microsoft का भारत में 17.5 अरब डॉलर निवेश, 2029 तक AI और क्लाउड इकोसिस्टम में बड़े बदलाव के संकेत

IndiGo ने फंसे यात्रियों को दिया बड़ा राहत पैकेज, 10,000 रुपये ट्रैवल वाउचर का ऐलान

Myanmar में सैन्य हवाई हमला: अस्पताल पर विनाशकारी अटैक में 31 की मौत, गृहयुद्ध और भड़का

अमेरिका ने पाकिस्तान को 686 मिलियन डॉलर का F-16 टेक्नोलॉजी पैकेज मंज़ूर किया