By रेनू तिवारी | Jul 19, 2025
पहलगाम आतंकी हमले के लिए ज़िम्मेदार समूह, द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को अमेरिका द्वारा विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किए जाने के एक दिन बाद, पाकिस्तान ने शुक्रवार को इस कदम पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि हमले की जाँच अभी तक पूरी नहीं हुई है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने घोषणा की थी कि पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के एक सहयोगी संगठन, TRF को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) दोनों के रूप में नामित किया जाएगा।
इस पर वित्तीय प्रतिबंध लगाए जाएँगे, जिससे अमेरिकी क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं से इसकी सहायता प्राप्त करने की क्षमता सीमित हो जाएगी। यह घटनाक्रम TRF द्वारा 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले की ज़िम्मेदारी लेने के लगभग तीन महीने बाद हुआ है, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। यह 2008 के मुंबई हमलों के बाद से भारत में नागरिकों पर लश्कर द्वारा किया गया सबसे घातक हमला था।
शुक्रवार को एक बयान में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि आतंकवाद के प्रति उसकी नीति शून्य सहनशीलता की है और कहा कि वह इसके खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर है।
पाकिस्तान ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने आतंकवादी नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है और पहलगाम आतंकवादी हमले को लश्कर-ए-तैयबा से जोड़ने का कोई भी प्रयास वास्तविकता के उलट है। अमेरिका ने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित किया है, जिसने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली थी।
अमेरिका के इस कदम के बाद पाकिस्तान के विदेश कार्यालय का बयान आया है। बयान में कहा गया है, ‘‘पाकिस्तान ने संबंधित संगठनों के नेटवर्क को प्रभावी ढंग से और व्यापक रूप से ध्वस्त कर दिया है, उसके सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर मुकदमा चलाया है।’’ पहलगाम हमले की जांच अभी भी अनिर्णायक बताते हुए उसने कहा कि पाकिस्तान में प्रतिबंधित एक निष्क्रिय संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ इसका कोई भी संबंध जमीनी हकीकत से उलट है।