By अभिनय आकाश | May 17, 2025
हरियाणा के कैथल के एक गांव के निवासी को हाल ही में भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी सेना और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) को कथित तौर पर सूचना देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान कैथल के मस्तगढ़ चीका गांव के निवासी देवेंद्र के रूप में हुई है। डीएसपी कैथल वीरभान ने बताया, "कैथल की जिला पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी, जिसके आधार पर हमारे विशेष डिटेक्टिव स्टाफ ने गांव मस्तगढ़ चीका निवासी नरवल सिंह के बेटे देवेंद्र को गिरफ्तार किया। पुलिस ने देवेंद्र को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की। पुलिस के अनुसार पूछताछ के दौरान देवेंद्र ने बताया कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में था।
डीएसपी कैथल वीरभान ने बताया कि हिरासत में लेने के बाद उससे पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में था। वह भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे विवाद की जानकारी आईएसआई को देता था। साथ ही वह समय-समय पर पाकिस्तानी सेना और आईएसआई को ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी भी देता था। साइबर थाने में तैनात हमारा स्टाफ उसके पास मिले डिवाइस की गहन जांच कर रहा है। जो भी सच्चाई सामने आएगी, उसके अनुसार कानून का पालन किया जाएगा।
4 मई को एक अन्य अभियान में पंजाब पुलिस ने अमृतसर में सेना के छावनी क्षेत्रों और वायु सेना के ठिकानों की संवेदनशील जानकारी और तस्वीरें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को लीक करने के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान पलक शेर मसीह और सूरज मसीह के रूप में हुई है। ग्रामीण अमृतसर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मनिंदर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "पंजाब के सीएम भगवंत मान और डीजीपी गौरव यादव ने निर्देश जारी किए हैं कि हमें जिस भी देश विरोधी तत्व के बारे में जानकारी मिले, उसे तुरंत गिरफ्तार करें और जेल में डालें। पलक शेर मसीह और सूरज मसीह के बारे में एक ऐसी ही सूचना मिली थी, जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के संपर्क में थे और उन्हें संवेदनशील प्रतिष्ठानों की जानकारी लीक कर रहे थे। हमने उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे बहुत सारा डेटा बरामद किया है।