By रितिका कमठान | Jan 09, 2023
मॉर्निंग वॉक करने निकले चार दोस्त उस समय काफी हैरान हुए जब राजस्थान की भीषण ठंड में सुबह झाड़ियों से उन्हें एक बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। हाड़ कंपाने वाली सर्दी में जब बाड़मेर में इन दोस्तों को मॉर्निंग वॉक के दौरान बबूल की झाड़ियों की तरफ से किसी के रोने की आवाज आई। जब उन्होंने आवाज की तरफ रुख किया तो पाया कि एक बच्ची को कोई पैकेट में बंद कर छोड़ गया है। सर्दी के कारण बच्ची रो रही थी।
चारों युवकों ने बच्ची को उठाया और उसे लेकर बालोतरा के राजकीय नाहटा चिकित्सालय पहुंचे। अस्पताल में बच्ची का इलाज किया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची स्वस्थ है। बेटी के जन्म लेते ही उन्हें मरने के लिए छोड़ने का ये मामला सामने आने के बाद मानवता एक बार फिर से शर्मसार हो गई है। इसी के साथ चारों दोस्तों ने बच्ची को समय पर अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचाकर ये भी साबित किया है ‘जाको राखे साइयां, मार सके ना कोई’।
जानकारी के मुताबिक आठ जनवरी की सुबह चार दोस्त मुकेश कुमार, मांगीलाल, प्रकाश कुमार, राजू कुमार बालोतारा के रहने वाले है। रविवार को सुबह 8.30 बजे चारों बाहर घूमने निकले थे। इस दौरान उन्हें बच्चे के रोने की आवाज आई। चारों दोस्तों ने मिलकर बच्ची को ढूंढा और उसे अस्पताल लेकर गए। दोस्तों का कहना है कि अगर बच्ची को समय पर झाड़ियों से ना बचाया जाता तो उसे कुत्ते व सूअर खा जाते।
अस्पताल में स्वस्थ है बच्ची
चारों ने जल्द से जल्द बच्ची को अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती किया। अस्पताल के डॉक्टर के मुताबिक बच्ची 2.7 किलोग्राम की है। अस्पताल में उसे ठंड से बचाया जा रहा है उसका इलाज जारी है। शिशु केयर यूनिट में बच्ची का इलाज किया जा रहा है।
पुलिस ने शुरू की जांच
इस मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक बच्ची रेलवे स्टेशन के पास की झाड़ियों में मिली है। पुलिस ने आसपास के अस्पतालों में हाल के समय में हुई डिलीवरी की डिटेल खंगालनी शुरू कर दी है। पुलिस बच्ची को छोड़कर जाने वालों की सीसीटीवी फुटेज भी खंगालने में लगी हुई है। पुलिस ने आस पास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है।