लिवाली से सोना 75 रुपये की तेजी के साथ 33,195 रुपये प्रति 10 ग्राम

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 03, 2019

नयी दिल्ली। मजबूत वैश्विक रुख के बीच आभूषण कारोबारियों की ताजा लिवाली से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना सोमवार को 75 रुपये बढ़कर 33,195 प्रति 10 ग्राम हो गया। अखिल भारतीय सर्राफा संगठन के अनुसार,हालांकि औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं का उठाव कम होने से चांदी 80 रुपये की हानि के साथ 37,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। कारोबारियों के अनुसार सकारात्मक वैश्विक संकेतों और स्थानीय सर्राफा व्यवसायियों की लिवाली से बहुमूल्य धातुओं में मजबूती आई।

 

व्यापार तनाव की बढ़ती चिंताओं के बीच निवेश के सुरक्षित विकल्प के बतौर सर्राफा मांग बढ़ने से सिंगापुर और न्यूयॉर्क में सोने में तेजी रही। अमेरिका द्वारा मैक्सिको से होने वाले सभी आयात पर पांच प्रतिशत का शुल्क लगाने की घोषणा के बाद न्यूयॉर्क में सुरक्षित निवेश के विकल्प के बतौर सर्राफा मांग बढ़ गई और न्यूयॉर्क में सोने का भाव तेजी दर्शाता 1,314.50 डॉलर प्रति औंस हो गया। 

इस बीच चांदी का भाव तेजी दर्शाता 14.73 डॉलर प्रति ओंस हो गया। सिंगापुर में सोने का हाजिर भाव 0.5 प्रतिशत तेजी के साथ 1,802.51 डॉलर प्रति औंस बोला गया। दिल्ली सर्राफा बाजार में 99.9 और 99.5 प्रतिशत की शुद्धता वाला सोना 75-75 रुपये बढ़कर क्रमश: 33,195 और 33,025 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। 

इसे भी पढ़ें: ग्राहक की सहमति से केवाईसी के लिए आधार का उपयोग कर सकते हैं बैंक: रिजर्व बैंक

हालांकि, आठ ग्राम वजनी सोने की गिन्नी का भाव 26,700 रुपये प्रति इकाई पर स्थिर बना रहा। शनिवार को सोना 50 रुपये नुकसान के साथ 33,120 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया था। इस बीच सोमवार को चांदी हाजिर भाव 80 रुपये घटकर 37,500 प्रति किलोग्राम रह गया जबकि चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 87 रुपये की तेजी के साथ 36,464 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। दूसरी ओर चांदी सिक्का का भाव लिवाल 80,000 और बिकवाल 81,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर रहा।

 

प्रमुख खबरें

550 अरब रुपये का बकाया, पाई पाई वसूलने की शुरू हुई कार्रवाई, जिनपिंग ने शहबाज को दिया अल्टीमेटम

मुसलमानों के लिए बरकरार रखेंगे 4% आरक्षण, Andhra Pradesh में BJP की सहयोगी TDP का बड़ा ऐलान

Jammu Kashmir: आतंकवादी संगठन से जुड़ने जा रहा था युवक, पुलिस ने मौके पर ही धड़ दोबाचा

पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक एजेंडा, अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर अमेरिकी आयोग की रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज