By अभिनय आकाश | Jul 26, 2025
आतंकी हंस हंस कर केले और खजूर खा रहे हैं। सबको चिढ़ा मगर इनकी तस्वीर वायरल होते ही पूरा मामला पलट गया है। इस तस्वीर के वायरल होने से पहले इजरायल की आलोचना की जा रही थी और पीएम मोदी को चिट्ठियां तक लिख दी गई थी। मगर इस तस्वीर ने इजरायल और भारत के खिलाफ एजेंडा चलाने वालों को करारा झटका दिया है। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र, वामपंथी, कट्टरपंथी और जॉर्ज सोरोस गैंग चीख चीख कर दुनिया को ये बाते बता रहे हैं कि इजरायल ने गाजा को अब तक की सबसे बड़ी चोट दे दी है। इजरायल की वजह से गाजा के लोग भुखमरी से मर रहे हैं। बच्चों के पीने के लिए पानी तक नहीं बचा। थोड़े से खाने के लिए गाजा में भगदड़ जैसी स्थिति बन जाती है। वैसे तस्वीरें आ रही हैं तो इसमें कुछ न कुछ सच्चाई तो होगी ही। गाजा में भुखमरी जैसे हालात बिल्कुल होंगे। लेकिन असली एजेंडा ये हैकि कसूरवार सिर्फ इजरायल को बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि इजरायल जानबूझकर गाजा के लोगों को भूखा मार रहा है। गाजा में खाना और पानी आने नहीं दिया जा रहा है।
ये मामला तो इतना बड़ गया कि फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने गाजा में युद्ध रोकने के लिए भारत के प्रधानमंत्री को पत्र तक लिख दिया। उन्होंने बकायदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है और कहा है कि इजरायल के साथ अपने अच्छे संबंधों का फायदा उठाकर भारत ये दवाब डाले कि वो इजरायल ने जो 2 अरब डॉलर फिलिस्तीन के रोके हुए हैं वो जारी करे। जिससे गाजा में भुखमरी का सामना कर रहे लोग, जिन्हें खाना, दवाई, पीने का साफ पानी नहीं मिल रहा है। उन लोगों तक मदद पहुंच सके। इस चिट्ठी के आते ही भारत और मोदी विरोधी इको सिस्टम एक्टिव हो गया। ऐसा दिखाया जा रहा है कि भारत इजरायल को रोक नहीं रहा है। जिसकी वजह से गाजा में भुखमरी मच रही है।
लेकिन इजरायल एजेंडा चलाने वालों की धज्जियां उड़ा दी। इजरायल ने गाजा से जुड़ा ऐसा वीडियो जारी कर दिया जिससे एजेंडा चलाने वालों की बोलती बंद हो जाएंगे। इजरायल ने दिखाया कि किस तरह से हमास के आतंकी अंडरग्राउंड टनल में दुनिया को चिढ़ा चिढ़ा कर खाना खा रहे हैं। केले, खजूर खा रहे हैं, लेकिन गाजा में भुखमरी का आरोप इजरायल पर लगाया जा रहा है। हमास के आतंकी तो ये दावा करते आए हैं कि वो गाजा के बच्चों और महिलाओं के लिए लड़ रहे हैं। लेकिन फिर ये लोग चुपचाप अंडरग्राउंड टनल में तो खाकर मौज उड़ा रहे हैं, लेकिन भुखमरी का सामना कर रहे गाजा के लोगों को कुछ नहीं दे रहे हैं। दरअसल, मानवीय सहायता के नाम पर गाजा में जो भी सामान पहुंचते हैं उसे हमास के आतंकी पहले ही लूट लेते हैं।
इजरायल ने हाल फिलहाल में दावा किया है कि 900 से ज्यादा ट्रकों में खाने पीने का सामान गाजा भेजा गया। इस समान को बांटने की जिम्मेदारी संयुक्त राष्ट्र की थी। लेकिन संयुक्त राष्ट्र इसे बांटने में सफल नहीं रहा। 7 अक्टूबर 2023 को जिस तरह से हमास से हमला किया था उसके बाद से इजरायल की ओर से गाजा में लगातार कार्रवाई जारी है। अभी भी ये रूकी नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही ये कहते रहे हो कि वो इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध विराम करा देंगे और यहां पूरी तरह से शांति हो जाएगी। लेकिन अभी तक ऐसा हो नहीं पाया है।