हार्दिक पटेल ने 19वें दिन उपवास तोड़ा, सरकार ने नहीं की कोई बातचीत

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 13, 2018

अहमदाबाद। आरक्षण की मांग को लेकर 19 दिनों से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे हार्दिक पटेल ने अपना उपवास बुधवार को खत्म कर दिया। पाटीदारों के लिये आरक्षण और कृषि कर्ज माफी की मांग को लेकर गुजरात सरकार और पटेल के बीच कोई बातचीत नहीं हुई। पाटीदार समुदाय के नेताओं नरेश पटेल और सी के पटेल के हाथों नींबू पानी पीकर हार्दिक ने बुधवार को अपना उपवास खत्म किया।

उपवास खत्म करने के बाद आरक्षण समर्थक नेता ने कहा, ‘अपने समुदाय के लिये आरक्षण और कृषि कर्ज माफी के लिये लड़ाई जारी रहेगी।’ हार्दिक ने 25 अगस्त को यहां स्थित अपने आवास पर पाटीदारों को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी में आरक्षण और गुजरात के किसानों का कृषि कर्ज माफ करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी।

बाद में इसमें उनके सहयोगी अल्पेश कठेरिया को रिहा करने की मांग भी जोड़ दी गई, जिसे देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हार्दिक ने कहा कि वह दिल्ली के जंतर-मंतर या रामलीला मैदान में विरोध प्रदर्शन करेंगे। 25 वर्षीय नेता ने पत्रकारों से कहा, ‘मैंने लोगों की उस सलाह पर विचार करने के बाद अपना अनिश्चितकालीन अनशन खत्म कर दिया है जिसमें कहा गया था कि मैं केवल तब लड़ सकता हूं जब मैं जीवित रहूंगा और मैं तभी जीतूंगा जब मैं लडूंगा।’

उन्होंने कहा, ‘भाजपा सरकार को शर्म आनी चाहिए जो किसानों के ऋण के बोझ के बारे में चिंतित नहीं है। मैं समझ सकता हूं कि आप एक समुदाय की मांगों से सहमत नहीं हो सकते हैं लेकिन सरकार तो लोगों के मुद्दों के बारे में भी गंभीर या संवेदनशील नहीं है।’ उन्होंने दावा किया कि उनका अनशन पाटीदार समुदाय के विभिन्न धंड़ों को एक साथ लाया है।

हार्दिक ने पुलिस पर भी निशाना साधते हुए पुलिस पर उसके समर्थकों के साथ दुर्व्यवहार करने और उन्हें उसके आवास में प्रवेश करने से रोकने के आरोप लगाये। जब उनसे उनकी आगे की कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह अगले 100 दिनों में किसानों और पाटीदार समुदाय को लामबंद करने के लिए गुजरात के गांवों का दौरा करेंगे और इसके बाद वह अपनी लड़ाई को दिल्ली ले जायेंगे।

अपना अनशन समाप्त करने के बाद हार्दिक महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए शहर के गांधी आश्रम गये। गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि हार्दिक पटेल ने अपना अनशन समाप्त करके सही निर्णय लिया है। नितिन पटेल ने कहा, ‘उन्होंने देरी से सही लेकिन सही निर्णय लिया है।’ उन्होंने ऐसे कोई संकेत नहीं दिये कि सरकार उनके साथ बातचीत करेंगी।

गत शुक्रवार को तबीयत बिगड़ने के बाद हार्दिक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में दो दिन रहने के बाद वह अपने घर लौट आए थे और उन्होंने अपनी भूख हड़ताल जारी रखी थी। भाजपा सरकार ने आरोप लगाया था कि हार्दिक पटेल का आंदोलन राजनीति से प्रेरित है और इसे विपक्षी पार्टी कांग्रेस का समर्थन हासिल हैं।

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