By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 18, 2022
हरक सिहं रावत ने 2016 के घटनाक्रम का हवाला देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह (हरीश रावत) मेरे बड़े भाई हैं। मैं उनसे 100 बार माफी मांगने के लिए तैयार हूं। यहां तक कि उत्तराखंड के विकास, युवाओं और उनके हितों के लिए एक लाख बार भी माफी मांग सकता हूं। मुझमें कोई अहंकार नहीं है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि वह उत्तराखंड के हितों की रक्षा के लिए घुटने के बल भी बैठने को भी तैयार हैं। हरीश रावत के रुख के बारे में पूछे जाने पर हरक सिंह ने कहा कि 2016 में परिस्थितियां अलग थीं, जब उन्हें बगावत करनी पड़ी थी। उनके अनुसार, उत्तराखंड में धारचूला से मंगलौर तक या पांडुकेश्वर से जसपुर तक हरीश रावत के कद का कोई मेल नहीं है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि हरीश रावत हरक सिंह रावत को पार्टी में वापस लेने के पक्ष में नहीं हैं।