By अभिनय आकाश | Feb 06, 2021
कृषि कानूनों को लेकर किसानों ने आज चक्का जाम का आह्वाहन किया है। ‘चक्का जाम’ शनिवार को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक किये जाने का प्रस्ताव है। लेकिन 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के नाम पर हुए हिंसा के खेल के बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ एक्शन लेते हुए कई केस दर्ज किए। अब इसको इसको लेकर केंद्र सरकार में पूर्व मंत्री रहीं और शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री से एक मांग कर डाली। हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि कैप्टन साहब का फर्ज बनता है कि वो दिल्ली जाकर बेकसूर नौजवानों को बाहर निकालें और उनके खिलाफ हुए केसों को बंद करें जिससे 200-300 नौजवानों की ज़िंदगी खराब ना हो। पूर्व मंत्री ने कहा कि 26 जनवरी से उन नौजवानों को बंद करके रखा है, लाल किले के थाने पर एक भी एफआईआर हुई है?
इसके साथ ही हरसिमरत कौर बादल ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह गलतफहमी है कि केवल पंजाब का ही आंदोलन है। पूरा देश विरोध कर रहा है, सभी राज्यों के किसान धरना स्थलों पर बैठे हैं। अगर सरकार अभी भी आंखे बंद करके यह दावा करना चाहती है कि केवल पंजाब ही विरोध कर रहा है तो कोई कुछ नहीं कर सकता।