By नीरज कुमार दुबे | May 21, 2018
कर्नाटक में नयी सरकार के गठन से पहले आज दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें तय किया गया कि जनता दल सेक्युलर की सरकार को बाहर से समर्थन देने की बजाय उसमें शामिल हुआ जाये। बुधवार को एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और उन्हें 15 दिन के अंदर सदन में अपना बहुमत साबित करना है। कांग्रेस को लग रहा है कि मंत्री पद को लेकर विधायकों में असंतोष हो सकता है इसलिए फार्मूला निकाला गया है कि मुख्यमंत्री के साथ कुछ ही मंत्री शपथ लेंगे और बहुमत परीक्षण के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के कुछ विधायक इस बात से नाराज हैं कि जद-एस का मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है।
दरअसल कांग्रेस को भय है कि मंत्री पद को लेकर नाराजगी के चलते उसके विधायक ऐन वक्त पर पाला बदल सकते हैं इसलिए आज की यह बैठक मसले का हल निकालने के लिए बुलाई गई थी। गठबंधन सरकार में कांग्रेस का उपमुख्यमंत्री भी होगा। मंत्री पद को लेकर जो बात तय हुई है उसके मुताबिक कांग्रेस के 20 और जद-एस के 13 मंत्री बनेंगे। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को 78 और जनता दल सेक्युलर को 37 सीटों पर विजय मिली है।
दूसरी ओर आज कुमारस्वामी भी दिल्ली पहुँच रहे हैं और यहाँ वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद आदि के साथ भी गठबंधन सरकार को लेकर आगे की बातचीत करेंगे। कर्नाटक कांग्रेस के नेता भी आज दिल्ली में ही हैं।