बारिश से बेहाल ऑस्ट्रेलिया, भीषण बाढ़ आने से आठ लोगों की हुई मौत

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 28, 2022

ब्रिसबेन।ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में भारी बारिश के बाद पानी भर गया है। पूर्वी तट के इलाकों में आई बाढ़ के कारण अब तक आठ लोगों की मौत हो गई है। ब्रिसबेन और उसके आसपास के इलाकों में 2011 के बाद आई यह सबसे भीषण बाढ़ है। उस साल मूसलाधार बारिश के कारण 26 लाख की आबादी वाला शहर सैलाब के पानी में डूब गया था और इसे एक सदी में होने वाली घटना करार दिया गया था। क्वींसलैंड राज्य पुलिस ने बताया कि 50 वर्षीय एक व्यक्ति सोमवार को ब्रिसबेन के दक्षिण में गोल्ड कोस्ट शहर में बाढ़ के पानी में डूब गया, जिस दौरान यह घटना हुई वह अपनी कार से जा रहा था।

इसे भी पढ़ें: Russia-Ukraine crisis: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यूक्रेन के रिश्तेदारों को ब्रिटेन का वीजा देने की पेशकश की

पुलिस के बयान के मुताबिक, इस व्यक्ति और उसके कुत्ते का शव पानी में डूबी कार से कुछ घंटे बाद बरामद कर लिया गया। इससे पहले पुलिस ने बताया था किब्रिसबेन में 59 वर्षीय एक व्यक्ति रविवार को पैदल ही छोटी नदी पार करने करने की कोशिश कर रहा था जिस दौरान वह डूब गया। क्वींसलैंड आपात सेवा ने गोल्ड कोस्ट शहर के हिस्सों में, दक्षिणी ब्रिसबेन में जानलेवा बाढ़ की चेतावनी जारी की है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। क्वींसलैंड दमकल एवं आपात सेवा ने कहा है कि कई इलाकों से संपर्क टूट गया है। बाढ़ के कारण सभी आठ मौतें क्वींसलैंड राज्य में हुई हैं जिसकी राजधानी ब्रिसबेन है। ब्रिसबेन के उपनगरों में 2145 घर और 2356 दुकानें सोमवार तक पानी में डूब गए थे और पानी का स्तर बढ़ रहा है जिससे करीब 10,827 अन्य संपत्तियां आंशिक रूप से जलमग्न होने का खतरा है। ब्रिसबेन के लॉर्ड मेयर एड्रियन स्क्रीनर ने बताया कि इस बार आई बाढ़ 2011 के सैलाब से अलग है, क्योंकि क्षेत्र में पांच दिन तक बारिश हुई है जबकि 2011 में ब्रिसबेन नदी के उफान पर जाने से कई दिन पहले बारिश रुक गई थी।

प्रमुख खबरें

नेपाल, मालदीव के नेताओं ने खालिदा जिया को सच्ची मित्र बताया, गहरा दुख जताया

Amit Shah के बयान का Assam CM ने किया समर्थन, बोले- घुसपैठियों के लिए दरवाजे खोल रहा बंगाल

मेकअप में चाहिए नयापन? ये 3 लिपस्टिक शेड्स हर भारतीय स्किन टोन पर देंगे परफेक्ट लुक

यूक्रेन का तीखा जवाब: पुतिन पर हमले का रूस का दावा झूठा, कोई सबूत नहीं!