उत्तराखंड के चमौली में ग्लेशियर टूटने से तबाही, प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया

By रेनू तिवारी | Feb 07, 2021

उत्तराखंड के चमौली में रविवार को ग्लेशियर टूटने की खबरें आ रही है। ये हादसा चमोली के रैणी गांव के पास हुआ। ग्लेशियर टूटने से उत्तराखंड में भारी तबाही का अनुमान लगाया जा रहा है। ग्लेशियर का प्रभाव काफी प्रकोप है वह लगातार तेजी से बह रहा है। प्रसाशन की टीम सुरक्षा कार्यों के लिए रवाना हो गयी है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हालात पर कहा है कि वह हर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया और लिखा- चमोली ज़िले से एक आपदा का समाचार मिला है। ज़िला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने की आदेश दे दिए हैं। किसी भी प्रकार की अफ़वाहों पर ध्यान ना दें । सरकार सभी ज़रूरी कदम उठा रही है।

इसे भी पढ़ें: आर्थिक मामलों के सचिव ने कहा- राजकोषीय घाटे से भारत की रेटिंग पर दबाव नहीं पड़ना चाहिए  

ये एक बहुत बड़ी तबाही साबित हो सकती है क्योंकि ग्लेशियर काफी बड़ा है। इस तबाही के कारण ऋषि गंगा प्रोजेक्ट को भी बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। अनुमान ये लगाया जा रहा है ये तबाही 2013 में आयी तबाही की तरह ही है। पूरे प्रदेश को हाई अलर्ट पर कर लिया है। एनडीआरएफ की लोगों की सुरक्षा के लिए लोगों तक पहुंच रही है। अभी ताजा खबरों के अनुसार जिस जगह ग्लेशियर टूटा वहा पर कई गांव  इसके अलावा पास में ही सरकार का ऋषि गंगा प्रोजेक्ट चल रहा था किसमें सेकडों लोग काम कर रहे थे। कई मजदूरों के बहने की खबरें भी आ रही है। सरकार के इस प्रोजक्ट को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। जैसे -जैसे ये ग्लेशियर आगे बढ़ रहा है इससे काफी ज्यादा और भी नुकसान होने की खबरें हैं। 

इसे भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर के लोगों में खुशी की लहर, 4जी इंटरनेट सेवा बहाल होने से खुश निवासी  

प्रशाशन ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि नदी के किनारे रहने वाले लोग अपना घरों को खाली कर दे और सुरक्षित जगह लगे जाए क्योंकि ये आपदा कितना नुकसान कर सकती है इसके बारे में अभी पूरी जानकारी नहीं दी जा सकती है।  


प्रमुख खबरें

Bihar: Prime Minister Modi को वोट नहीं देने की अपील करने के आरोप में शिक्षक को जेल

Himachal में Congress सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी : Sukhwinder Singh Sukhu

Uttar Pradesh के Bhadohi में नवविवाहित जोड़े ने मालगाड़ी से कटकर खुदकुशी की

Jamshed Ji Tata Death Anniversary: जमशेद जी टाटा के तीन सपने रह गए थे अधूरे, ऐसे खुद को किया था स्थापित