By रेनू तिवारी | Mar 15, 2022
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में पाकिस्तान में "अनजाने में" मिसाइल दागे जाने पर बयान दिया। राजनाथ सिंह ने कहा हमारे संचालन, रखरखाव और निरीक्षण मानक संचालन प्रक्रियाओं के एक सेट के बाद आयोजित किए जाते हैं, जिनका मूल्यांकन किया जा रहा है। हमारी शस्त्र प्रणालियों की सुरक्षा और संरक्षा में किसी भी प्रकार की ढिलाई पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। हमारा मिसाइल सिस्टम बेहद भरोसेमंद और सुरक्षित है। हमारे सशस्त्र बल ऐसी प्रणालियों को संभालने में अनुभवी हैं।
राजनाथ सिंह राज्यसभा में कहा कि शुक्र है कि मिसाइल के आकस्मिक प्रक्षेपण के कारण कोई नुकसान नहीं हुआ। घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। राजनाथ सिंह राज्यसभा में कहा कि एक मिसाइल दुर्भाग्य से 9 मार्च को गलती से लॉन्च हो गई थी। यह घटना एक नियमित निरीक्षण के दौरान हुई थी। हमें बाद में पता चला कि यह पाकिस्तान में उतर चुकी है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने घटना को गंभीरता से लिया है और इसकी 'कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दिए हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "9 मार्च 2022 को, नियमित रखरखाव के दौरान, एक तकनीकी खराबी के कारण मिसाइल का आकस्मिक फायरिंग हो गया। भारत सरकार ने एक गंभीर दृष्टिकोण लिया है और एक उच्च स्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है।"
इसमें कहा गया है, "यह पता चला है कि मिसाइल पाकिस्तान के एक इलाके में उतरी। हालांकि यह घटना बेहद खेदजनक है, यह भी राहत की बात है कि दुर्घटना के कारण किसी की जान नहीं गई है।"
पाकिस्तान ने कहा कि भारत से प्रक्षेपित एक तेज गति का प्रक्षेप्य उसके हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गया, जिससे पंजाब प्रांत के खानेवाल जिले में मियां चन्नू के पास गिरने के बाद आसपास के क्षेत्रों को कुछ नुकसान हुआ। इसने दावा किया कि मिसाइल के रास्ते में एक गंभीर विमानन दुर्घटना के साथ-साथ नागरिक हताहत भी हो सकते थे।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त जांच का आह्वान करते हुए कहा कि इस तरह के मामले को 'सरलीकृत स्पष्टीकरण' के साथ संबोधित नहीं किया जा सकता है।