हिमाचल की पहाड़ी रानी है मंडी, जानिये यहाँ के पयर्टक स्थलों के बारे में

By सुषमा तिवारी | Dec 07, 2018

हिमाचल प्रदेश के मंडी को अकसर "वाराणसी ऑफ हिल्स" या "छोटी काशी" या "हिमाचल की काशी" कहा जाता। जिस तरह कहते हैं कि बनारस शिव की नगरी है और काशी में आपको हर भगवान के मंदिर मिल जाएंगे ठीक उसी तरह अगर पहाड़ों की बात की जाए तो हिमाचल प्रदेश के मंडी को आप हिमाचल की पहाड़ी रानी भी कह सकते हैं। जिस तरह गंगा के किनारे बसा है काशी ठीक उसी तरह हिमाचल प्रदेश की व्यास नदी के तट पर बसा है मंडी। मंडी के इतिहास की बात की जाए तो पहले इस हिल-स्टेशन का नाम था मांडव नगर। मांडव नगर नगर इसे इसलिए कहा जाता था क्योंकि यहां पर एक महान गुरु रहा करते थे जिनका नाम था साधु मांडव, उनके ही नाम से इस शहर का नाम पहले मांडव नगर और अब मंडी हो गया। 

 

नाम के इतिहास के बाद बात करते हैं इस जगह की खूबसूरती की। तो आपको बता दें कि मंडी हिमाचल की बेहद खूबसूरत जगहों में से एक है। यहा की सुंदरता को निहार कर आपका मन नहीं भरेगा। सर्दियों में ये जगह एक अलग स्तर के सुकून का एहसास कराती है। चारों और सफेद चादर से ढंकी पहाड़ियां, चहकते पक्षी की आवाज, सरसराती ठंड़ी हवा, कलकलाता व्यास नदी का पानी इस पल का एहसास आपकी आंखों और मन को बहुत शांत करेगा। 

 

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मंडी में भी बनारस की छवि देखने को मिलती है क्योंकि हिमाचल प्रदेश का मंडी अपनी खूबसूरती के साथ-साथ पत्थरों के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यहां 300 से ज्यादा हिंदू धर्म के मंदिर स्थित हैं जो भगवान शिव और मां काली को समर्पित हैं। यहां के प्राचीन मंदिरों में पंचवक्रता मंदिर, अर्द्धनारीश्वर मंदिर और त्रिलोकनाथ मंदिर शामिल हैं। 

 

हिंदू धर्म से मंडी का खासा रिश्ता देखने को मिलता है क्योंकि हम आपको पहले ही बता चुके हैं ये जगह साधू मांडव के नाम से बसी थी जो बहुत धार्मिक थे और हिंदू धर्म में उनकी आस्था थी। मंडी का एक मंदिर जो सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है जिसे भूतनाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है, इसका निर्माण 1520 ई. में किया गया था। यहां का गुरु गोविन्द सिंह गुरुद्वारा भी पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है। 

 

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घूमने के लिए 10 स्थल– 

रिवालसर झील

त्रिलोकनाथ शिव मंदिर

भूतनाथ मंदिर

श्यामाकाली मंदिर

सुंदरनगर

जंजैहली

अर्द्धनारीश्वर मंदिर

तत्ता पानी

बरोट

शिकारी देवी मंदिर

 

-सुषमा तिवारी

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