गुजरात के इन भव्य मंदिरों में बसा है हिंदू धर्म का इतिहास
अगर गुजरात के पर्यटन की बात की जाए तो गुजरात के पर्यटन विभाग को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। भारत में गुजरात एक मात्र ऐसा राज्य है जहां अलग-अलग रुचियों के लोगों के मुताबिक घूमने की कई जगहें हैं।
अगर गुजरात के पर्यटन की बात की जाए तो गुजरात के पर्यटन विभाग को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। भारत में गुजरात एक मात्र ऐसा राज्य है जहां अलग-अलग रुचियों के लोगों के मुताबिक घूमने की कई जगहें हैं। जो लोग प्रकृति प्रेमी हैं उन्हें यहां खूबसूरत साइट्स मिलेंगी वहीं आर्ट, वाइल्ड लाइफ पसंद करने वाले लोगों के लिए भी यह पर्फेक्ट जगह है। लेकिन गुजरात का धार्मिक महत्व इन सब से कई ज्यादा है गुजरात एक ऐसी जगह है जहां पर हिंदू धर्म से संबंधित कई धार्मिक स्थान हैं जो अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है।
गुजरात के धार्मिक स्थल
द्वारकानाथ मंदिर
द्वारकानाथ मंदिर हिन्दुओं का प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण स्थान है। यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। द्वारकाधीश मंदिर, द्वारका गुजरात में स्थित है। यह मंदिर गोमती नदी के तट पर स्थित है तथा इस स्थान पर गोमती नदी अरब सागर से मिलती है। ऐसी मान्यता है कि 5000 साल पहले मथुरा छोड़ने के बाद भगवान श्रीकृष्ण ने द्वारकानगरी बसाई थी। जिस स्थान पर उनका निजी महल ‘हरि गृह’ था, वहां आज का प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर है।
सोमनाथ मंदिर
गुजरात प्रांत के काठियावाड़ क्षेत्र में समुद्र के किनारे सोमनाथ नामक विश्वप्रसिद्ध मंदिर में यह ज्योतिर्लिंग स्थापित है। पहले यह क्षेत्र प्रभासक्षेत्र के नाम से जाना जाता था। यहीं भगवान् श्रीकृष्ण ने जरा नामक व्याध के बाण को निमित्त बनाकर अपनी लीला का संवरण किया था।
तख्तेश्वर मंदिर
तख्तेीश्ववर मंदिर गुजरात में भावनगर शहर के केंद्र में बना है। जिस पहाड़ी पर मंदिर बना हुआ है, वहां से पूरा शहर देखा जा सकता है। मंदिर का निर्माण 1893 में हुआ था और इसका नाम संरक्षक तख्तमसिंह जी के नाम पर पड़ा।
अक्षरधाम मंदिर
गुजरात की राजधानी गांधीनगर का प्रमुख आकर्षण है स्वामीनारायण संप्रदाय का अक्षरधाम मंदिर। यह मंदिर गुजरात के प्रमुख तथा प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। यह भक्ति, वास्तुकला कलाकार्यों और प्रदर्शनियों का एक दुर्लभ संयोग है। यह मंदिर 'स्वामीनारायण संप्रदाय' द्वारा बनवाया गया था। मंदिर 32 मीटर ऊंचा, 73 मीटर लंबा और 39 मीटर चौड़ा है। हालांकि अब दिल्ली में भी विशाल अक्षरधाम मंदिर बन गया है पर गांधीनगर का अक्षरधाम मंदिर इससे काफी पुराना है। इस भव्य मंदिर पर एक बार बड़ा आतंकी हमला भी हो चुका है।
-सुषमा तिवारी
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