By नीरज कुमार दुबे | Jan 30, 2023
अडाणी समूह और हिंडनबर्ग के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है और इसी के साथ ही शेयर बाजारों में अडाणी समूह की कई कंपनियों के शेयरों में गिरावट का दौर भी जारी है। इस बीच भारतीय जीवन बीमा निगम ने अडाणी समूह में और निवेश का फैसला भी किया है। जहां तक अडाणी समूह और हिंडनबर्ग के बीच जारी जंग की बात है तो आपको बता दें कि उद्योगपति गौतम अडाणी के समूह ने वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों को ‘‘भारत, उसकी संस्थाओं और विकास की गाथा पर सुनियोजित हमला’’ बताते हुए कहा है कि आरोप ‘‘झूठ के सिवाय कुछ नहीं’’ हैं। अडाणी समूह ने 413 पन्नों के जवाब में कहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ‘‘मिथ्या धारणा बनाने’’ की ‘‘छिपी हुई मंशा’’ से प्रेरित है, ताकि अमेरिकी कंपनी को वित्तीय लाभ मिल सके। इसके जवाब में हिंडनबर्ग ने कहा है कि उसकी रिपोर्ट भारत पर हमला नहीं थी। हिंडनबर्ग ने कहा कि धोखाधड़ी को ‘राष्ट्रवाद’ या ‘बढ़ा-चढ़ाकर प्रतिक्रिया’ से ढंका नहीं जा सकता।
इस बीच, सोमवार को शेयर बाजारों के खुलने के साथ ही अडाणी समूह की कई कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है। जहां तक अडाणी समूह की ओर से हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के जवाब में 413 पृष्ठ का ‘स्पष्टीकरण’ जारी किया गया है, यदि उसके बारे में बात करें तो आपको बता दें कि अडाणी समूह ने कहा, ‘‘यह केवल किसी विशिष्ट कंपनी पर एक अवांछित हमला नहीं है, बल्कि भारत, भारतीय संस्थाओं की स्वतंत्रता, अखंडता और गुणवत्ता तथा भारत की विकास गाथा एवं महत्वाकांक्षाओं पर एक सुनियोजित हमला है।’’ अडाणी समूह ने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी की रिपोर्ट में लगाए गए आरोप ‘‘झूठ के सिवाय कुछ नहीं’’ हैं। समूह ने कहा कि ये दस्तावेज ‘‘चुनिंदा गलत सूचनाओं एवं छुपाकर रखे गए तथ्यों का एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन हैं।’’ अडाणी समूह ने कहा कि ये ‘‘निराधार और शर्मनाक आरोप किसी गुप्त मकसद’’ से लगाए गए हैं।
अडाणी समूह ने हिंडनबर्ग की विश्वसनीयता एवं नैतिकता पर सवाल उठाया और कहा कि रिपोर्ट दुर्भावनापूर्ण इरादे से जारी की गई। अडाणी समूह ने कहा कि यह इस बात से स्पष्ट है कि इस रिपोर्ट को ऐसे समय में जारी किया गया, जब अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड भारत में इक्विटी शेयरों की अब तक की सबसे बड़ी सार्वजनिक पेशकश कर रहा है। हम आपको बता दें कि न्यूयॉर्क की कंपनी ‘हिंडनबर्ग’ की रिपोर्ट में उद्योगपति गौतम अडाणी की अगुवाई वाले समूह पर ‘‘‘खुले तौर पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’’’ में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। कंपनी के इस आरोप के बाद विविध कारोबार से जुड़े समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है।
अडाणी समूह ने इससे पहले पिछले सप्ताह कहा था कि वह अपनी प्रमुख कंपनी के शेयर बिक्री को नुकसान पहुंचाने के प्रयास के तहत ‘‘बिना सोचे-विचारे’’ काम करने के लिए अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ ‘‘दंडात्मक कार्रवाई’’ को लेकर कानूनी विकल्पों पर गौर कर रहा है। वहीं, अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि वह अपनी रिपोर्ट पर पूरी तरह कायम है।
उधर, अडाणी समूह में एलआईसी के निवेश को लेकर भी तमाम सवाल उठ रहे हैं। इस बीच, खबर है कि जीवन बीमा निगम (एलआईसी) अडाणी समूह की प्रमुख फर्म में और निवेश कर रही है। हम आपको बता दें कि अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट के बावजूद बीमा कंपनी फायदे में है। शेयर बाजार के आंकड़ों से यह जानकारी मिली। अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने शेयर बाजार को बताया कि भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी ने अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के 20,000 करोड़ के एफपीओ में एंकर निवेशक के तौर पर 300 करोड़ रुपये निवेश करके 9,15,748 शेयर खरीदे हैं। एलआईसी ने एंकर निवेशकों के लिए आरक्षित शेयरों में से पांच प्रतिशत शेयर खरीदे। अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड में एंकर निवेशक के तौर पर 33 संस्थागत निवेशकों ने कुल 5,985 करोड़ रुपये का निवेश किया। हम आपको बता दें कि एलआईसी की पहले ही अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड में 4.23 प्रतिशत हिस्सेदारी है। शेयर बाजार को दी जानकारी के मुताबिक एलआईसी ने पिछले कुछ सालों में अडाणी के शेयरों में 28,400 करोड़ रुपये का निवेश किया है। अमेरिकी निवेश कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने से पहले इन शेयरों की कीमत 72,000 करोड़ रुपये थी। अडाणी समूह की कंपनियों में एलआईसी के मौजूदा शेयरों की कीमत गिरकर 55,700 करोड़ रुपये रह गई है, लेकिन फिर भी वह वास्तविक निवेश से 27,300 करोड़ रुपये ज्यादा है। हम आपको बता दें कि एलआईसी के पास अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन में नौ प्रतिशत, अडाणी ट्रांसमिशन में 3.7 प्रतिशत, अडाणी ग्रीन एनर्जी में 1.3 प्रतिशत और अडाणी टोटल गैस लिमिटेड में छह प्रतिशत शेयर हैं।