By अनन्या मिश्रा | Aug 06, 2025
आज से ठीक 80 साल पहले यानी की 06 अगस्त 1945 को जापान के हिरोशिमा शहर पर अमेरिका द्वारा गिराया परमाणु बम गिराया गया था। इस परमाणु बम का नाम 'लिटिल बॉय' था। बता दें कि यह मानव इतिहास की सबसे विनाशकारी घटनाओं में से एक था। सुबह के समय हुए हमले ने कुछ ही पलों में हिरोशिमा को मलबे के ढेर में बदल दिया था। बताया जाता है कि इस हमले में करीब 1, 40,000 लोग मारे गए थे। वहीं जो लोग इस घटना के बाद बच गए थे, वह रेडिएशन के दीर्घकालिक दुष्प्रभावों से पीड़ित रहे। 06 अगस्त को हुई इस त्रासदी ने परमाणु हथियारों की भयावहता को उजागर किया और युद्ध के विनाशकारी परिणामों से विश्व को अवगत कराया।
बता दें कि हर साल 06 अगस्त को हिरोशिमा दिवस मनाया जाता है। यह दिन शांति, अहिंसा और वैश्विक एकता का संदेश देता है। यह एक घटना नहीं बल्कि मानवता के लिए एक गहरी चेतावनी है। इसने दिखाया कि युद्ध और हिंसा का परिणाम सिर्फ पीड़ा और विनाश होता है। इसलिए मानवता की रक्षा के लिए सहयोग, संवाद और शांतिपूर्ण समाधान ही एकमात्र रास्ता है। हिरोशिमा दिवस हम सभी को परमाणु निरस्त्रीकरण और वैश्विक शांति के महत्व की याद दिलाता है।
हिरोशिमा दिवस के मौके पर हिरोशिमा के शांति स्मारक पर हर साल हजारों की संख्या में लोग मृतकों को श्रद्धांजलि देने और विश्व शांति की प्रार्थना के लिए एकत्रित होते हैं। वर्तमान समय में जब विश्व में परमाणु हथियारों की दौड़ और भू-राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है। तो वहीं दूसरी ओर हिरोशिमा की घटना हमें याद दिलाती है कि युद्ध का कोई विजेता नहीं होता है, बल्कि इससे सभी को हानि होती है। वहीं भारत देश जोकि गांधीवादी अहिंसा और शांति के सिद्धांतों पर आधारित हैं, ऐसे में यह दिन हमारे लिए भी विशेष महत्व रखता है।