By Prabhasakshi News Desk | Apr 25, 2024
यरुशलम । अदन की खाड़ी में एक जहाज पर हूती विद्रोहियों ने हमला कर दिया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। यमन के हूती विद्रोहियों ने गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजराइल के युद्ध को लेकर संभवत: यह हमला किया है। इससे पहले, अमेरिकी सेना ने कहा कि बृहस्पतिवार तड़के उसके सहयोगी पक्षों के युद्धपोत ने एक दिन पहले उसी क्षेत्र के पास एक जहाज को निशाना बनाकर हूती विद्रोहियों द्वारा छोड़ी गई मिसाइल को नष्ट कर दिया था। गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजराइल के युद्ध के दौरान क्षेत्र में नौवहन मार्ग पर हूती विद्रोहियों ने लगातार हमले किए हैं।
ब्रिटिश सेना के यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (यूकेएमटीओ) सेंटर ने कहा कि बृहस्पतिवार के हमले में अदन से 25 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में एक जहाज को निशाना बनाया गया। हमले के बारे में निजी सुरक्षा फर्म एंब्रे ने भी सूचना दी है। अमेरिकी समुद्री प्रशासन के अनुसार, हूती विद्रोहियों ने नवंबर से अब तक नौवहन मार्ग पर 50 से अधिक हमले किए हैं। इन हमलों के दौरान हूती विद्रोहियों ने एक जहाज को बंधक बना लिया और एक को डुबो दिया। हाल के हफ्तों में हूती के हमलों में कमी आई क्योंकि यमन में अमेरिकी नेतृत्व वाले हवाई हमले में विद्रोहियों को निशाना बनाया गया। खतरे के कारण लाल सागर और अदन की खाड़ी से जहाजों की आवाजाही में कमी आई है।
अमेरिकी अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले अभियान और पिछले महीनों में लगातार ड्रोन और मिसाइलों से गोलाबारी के परिणामस्वरूप विद्रोहियों के पास हथियार खत्म हो गए हैं। हालांकि, बुधवार का हमला पिछले कुछ समय में विद्रोहियों द्वारा किया गया पहला हमला था। यूकेएमटीओ ने कहा कि अदन की खाड़ी में जिबूती से लगभग 130 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में एक विस्फोट हुआ। अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने बृहस्पतिवार को कहा कि विस्फोट सहयोगी देशों के युद्धपोत द्वारा संभवतः जहाज ‘एमवी यॉर्कटाउन’ को निशाना बनाकर दागी गई मिसाइल को नष्ट किए जाने से हुआ। अमेरिका के ध्वज लगे जहाज पर चालक दल के सदस्यों में 18 अमेरिकी और यूनान के चार नागरिक सवार थे।
सेंट्रल कमांड ने कहा कि अमेरिका, सहयोगी देशों के जहाजों या वाणिज्यिक जहाजों को किसी भी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। हूती के सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या साड़ी ने हमले का दावा करते हुए कहा कि मिसाइल ने ‘एम वी यॉर्कटाउन’ को निशाना बनाया। उन्होंने हमले के संबंध में कोई सबूत पेश नहीं किया। हूती के प्रवक्ता ने यह भी दावा किया कि समूह के लड़ाकों ने हिंद महासागर में एक और जहाज को निशाना बनाया।