By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 29, 2018
रायपुर। वालमार्ट द्वारा घरेलू खुदरा कंपनी फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण और खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के विरोध में भारत बंद का शुक्रवार छत्तीसगढ़ में मिलाजुला असर रहा। व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने वालमार्ट द्वारा घरेलू खुदरा कंपनी फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण और खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया था।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बंद का व्यापक असर रहा हालंकि राज्य के अन्य शहरों में इसका मिलाजुला असर रहा। राजधानी रायपुर में लगभग सभी दुकानें बंद रहीं। वहीं इंटरनेट के जरिए दवाओं की बिक्री के विरोध में भी दवाई दुकानें नहीं खुली। आज सुबह से ही व्यापारियों के संगठनों ने शहर में दुकानें बंद करने की अपील की थी।
इस दौरान शिक्षण संस्थान खुले रहे। कैट से जुड़े व्यापारी आज शहर के नगर घड़ी चौक पर एकत्र हुए तथा उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। कैट के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा कि वालमार्ट-फ्लिपकार्ट डील और आईपीसी की धारा 411 और 412 में अभी तक कोई बदलाव ना होने के विरोध में कैट के आह्वान पर छत्तीसगढ़ और भारत बंद पूर्णतः सफल रहा।
उन्होंने दावा किया कि कैट छत्तीसगढ़ चैप्टर को पूरे प्रदेश से दो सौ व्यापारिक संगठनों का समर्थन मिला। पारवानी ने कहा कि वालमार्ट-फ्लिपकार्ट डील से छत्तीसगढ़ के 30 लाख खुदरा व्यापारी सड़क पर आ जाएंगे और कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे। इस डील के विरोध में छत्तीसगढ़ के व्यापारियों एवं कर्मचारियों ने बंद का पूरा साथ दिया है। यह बंद आम जनता, आम व्यापारी और आम कर्मचारियों के हित में है।