By अभिनय आकाश | Dec 14, 2021
रूस के साथ एस 400 पर भारत की डील तो पक्की हो चुकी है और इसकी डीलवरी भी शुरू हो चुकी है। लेकिन अब रूस के दावे ने चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ा कर रख दी है। भारत रूस से विध्वंसक डिफेंस सिस्टम एस 500 मिसाइल खरीदने वाला है। रूस की तरफ से दावा किया गया है कि भारत एस 500 मिसाइल खरीदने वाला पहला देश होगा। एस 400 को लेकर देश-दुनिया में इतनी हलचल है और ऐसे में अगर एस 500 भारत आ जाएगा तो पूरी दुनिया में सोचिए क्या नजारा होगा। रूस के उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव ने ऐसे संकेत दिए हैं कि भारत एस 500 विमान भेदी मिसाइल प्रणाली का पहला खरीदार हो सकता है। आरबीसी टीवी चैनल से बातचीत में कहा, 'बिना किसी संदेह के एक बार हम इस सिस्टम को अपने सैनिकों को सौंप दें तो अगर भारत इस अत्याधुनिक सिस्टम को खरीदने की इच्छा जताता है तो वह इस सूची में सबसे पहला देश होगा।
क्यों अहम है ये डील?
इसी साल रूस ने जुलाई के महीने में सबसे एडवांस एस 500 मिसाइल का टेस्ट किया। रूस से होने वाली इस डील पर पूरी दुनिया की निगाहें हैं। डील के बाद भारत इसे हासिल करने वाला अकेला विदेशी मुल्क होगा। डील होने से रूस और चीन के रिश्तों में खटास भी आ सकती है। चीन पहले से ही चिताएं जता रहा है। एस 500 डील हुई तो चीन से आगे होगा भारत और डिफेंस सिस्टम और भी मजबूत होगा। लेकिन रूस के साथ डील होने से अमेरिका भारत से नाराज हो सकता है क्योंकि एस 400 के डील की बात हुई थी तभी से अमेरिका ने अपनी नाराजगी जताई थी। भारत शर्त रख सकता है कि रूस किसी भी हालात में चीन के साथ एस 500 की डील न करे ताकि इस इलाके में भारत की अपनी सुरक्षा बेहतर हो।
क्या है एस 500 की खासियत
एस-500 कितना शक्तिशाली है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसमें लगी मिसाइलें अंतरिक्ष में मौजूद किसी भी लक्ष्य को पलक झपकते ही नष्ट करने में सक्षम है। S-500 मिसाइल सिस्टम को रूसी हथियार कंपनी अल्माज-एनेटी कॉर्पोरेशन ने बनाया है। यह वही कंपनी है, जिसने इसके पहले S-300 और S-400 का उत्पादन किया है। रूस का दावा है कि इस सिस्टम के अत्याधुनिक रडार से दुश्मनों के स्टील्थ लड़ाकू विमान भी बच नहीं पाएंगे।