By अनन्या मिश्रा | Aug 12, 2025
राष्ट्र का निर्माण, विकास और प्रगति उसके किसी भी देश के युवाओं के योगदान पर निर्भर करता है। सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों के लिए युवाओं की भूमिका अहम है। ऐसे में युवाओं का विकास और उनके जीवन से जुड़ी समस्याओं को समझना बेहद जरूरी है। युवाओं की समस्याओं को जानकर उनका समाधान निकाला जाना चाहिए, जिससे कि समाज के लिए आवाज उठा सकें। इसलिए हर साल अगस्त के महीने में युवाओं के मानसिक और सामाजिक विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस दिन के इतिहास, महत्व और उद्देश्य के बारे में बताने जा रहे हैं।
पहली बार 12 अगस्त 2000 को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया था। 17 दिसंबर 1999 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिन को मनाने का प्रस्ताव पारित किया था। फिर साल 2000 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया था।
साल 1985 में 'अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष' के तौर पर घोषित किया गया था। इस साल की सफलता को देखने के बाद साल 1995 में संयुक्त राष्ट्र ने 'युवाओं के लिए विश्व कार्यक्रम' की शुरूआत की गई। बाद में साल 1998 में पुर्तगाल में विश्व युवा सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें युवाओं के विकास और सहभागिता के महत्व पर जोर दिया गया था। फिर इसके अगले साल 1999 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की।
हर साल 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। यह दिन युवाओं के कार्यों, आवाज और प्रयासों को उजागर करने और उनके विकास के अवसरों को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण अवसर है।