By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 22, 2021
नयी दिल्ली।भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने मंगलवार को कहा कि तोक्यो ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के डिजीटल, वीडियो और छवि पर उसका अधिकार है और जो भी इसका उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आईओए ने कहा कि ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाले कुछ खिलाड़ियों ने इस आधार पर इसका विरोध किया कि उनके अन्य कंपनियों के साथ प्रायोजन करार हैं। आईओए ने हालांकि किसी खिलाड़ी का नाम उजागर नहीं किया है। आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा और महासचिव राजीव मेहता ने बयान में कहा, ‘‘आपको सूचित किया जाता है कि ओलंपिक के लिये खिलाड़ियों के सभी डिजीटल, वीडियो और छवि अधिकार आईओए के पास हैं तथा आईओए के पास अपने सभी प्रायोजकों आदि के लिये इनका उपयोग करने का अधिकार है। ’’
बयान में कहा गया है, ‘‘कुछ खिलाड़ियों ने अपने महासंघों के जरिये इसका विरोध किया है और आईओए को यह कतई स्वीकार नहीं है तथा इस तरह के मामलों में कार्रवाई की जाएगी। ’’ इसमें कहा गया, ‘‘आईओए आपको एक हलफनामा भेज रहा है जिस पर ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाले सभी खिलाड़ियों को हस्ताक्षर करने होंगे। ’’ आईओए ने सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों से अपने खिलाड़ियों को इस शर्त से अवगत कराने के लिये कहा है। मेहता ने कहा कि ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ियों को आईओए द्वारा उपलब्ध करायी गयी पोशाक ही पहननी होगी और यदि कोई खिलाड़ी, अधिकारी या महासंघ इन नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुके खिलाड़ियों के डिजीटल, वीडियो और छवि अधिकार आईओए के पास होने का नियम लागू हो चुका है और यह खेल समाप्त होने तक कायम रहेगा। मेहता ने कहा, ‘‘उदाहरण के लिये यदि आईओए किसी खिलाड़ी को तस्वीर या ऑडियो या वीडियो फुटेज उपलब्ध कराने के लिये कहता है तो वह इस आधार पर इन्कार नहीं कर सकता है कि यह उसके व्यक्तिगत प्रायोजक की संपत्ति है। इसके अलावा उन्हें केवल आईओए द्वारा उपलब्ध करायी गयी किट का उपयोग करना होगा।