By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 28, 2016
लोकसभा में कांग्रेस सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पठानकोट आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के संयुक्त जांच दल में वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारी के आने का मुद्दा उठाया और सरकार से सवाल किया कि आईएसआई के अधिकारी को कैसे पठानकोट जाने दिया गया। वहीं, सदस्यों के सवालों का जवाब दे रहीं जल संसाधन एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने कहा कि कांग्रेस को गंगा की कोई चिंता नहीं है, उसे पाकिस्तान की याद आती है। सिंधिया ने कहा कि पठानकोट हमले के बाद पाकिस्तान से एक जांच दल आया और इस जांच दल में आईएसआई का एक अधिकारी भी शामिल था।
उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान के जांच दल को भारत आने की अनुमति देने के बारे में पूछा गया तब हमारी सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि यह परस्परता एवं आदान प्रदान के तहत किया गया। कांग्रेस सदस्य ने कहा कि जब पाकिस्तानी उच्चायुक्त से इस बारे में पूछा गया तब उनका कहना था कि यह परस्परता और आदान प्रदान के तहत नहीं बल्कि सहयोग का विषय है। जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत के एनआईए को पाकिस्तान जाने की अनुमति दी जायेगी, तब उन्होंने कहा कि इसका अनुमान आप लगा सकते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत की नीति भावनात्मकता पर आधारित नहीं हो सकती बल्कि इसका ठोस आधार होना चाहिए। आईएसआई के अधिकारी को कैसे आने दिया गया।
इसके बाद अध्यक्ष ने प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने को कहा। हालांकि इस दौरान सिंधिया ने अध्यक्ष से आग्रह किया कि वह उन्हें बात पूरा करने दें। कांग्रेस सदस्यों ने कुछ समय तक इस विषय को उठाने देने की मांग जारी रखी। संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकया नायडू ने कहा कि वह इस विषय पर राजनीति कर रहे हैं। आज प्रश्नकाल शुरू होने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी बात रखना चाहते थे। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उन्हें इसकी अनुमति देते हुए कहा कि वह इजाजत दे रही हैं लेकिन इसे परिपाटी नहीं बनाया जाए।