By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 12, 2018
नयी दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शराब कारोबारी विजय माल्या के इस बयान को बुधवार को खारिज किया कि वह (माल्या) 2016 में भारत छोड़ कर लंदन जाने से पहले उनसे मिला था। जेटली ने कहा कि 2014 के बाद उन्होंने माल्या को कभी मिलने का समय नहीं दिया लेकिन माल्या ने राज्यसभा सदस्य के रूप में अपने विशेषाधिकार का गलत इस्तेमाल करते हुए संसद भवन के गलियारे में उन्हें रोककर बात करने की कोशिश की थी।
वित्त मंत्री ने फेसबुक पर एक लेख में माल्या के लंदन में दिए गए बयान को ‘तथ्यात्मक रूप से गलत’ बताया। उन्होंने कहा कि उसके बयान में ‘सच्चाई नहीं है।’ उन्होंने लिखा है, “2014 के बाद से मैंने उसे मिलने का समय नहीं दिया है और उससे उनकी मुलाकात का सवाल ही पैदा नहीं होता।” जेटली के मुताबिक राज्यसभा के सदस्य होने के नाते माल्या ने कभी कभी संसद की कार्यवाही में भी हिस्सा लिया। वित्त मंत्री ने लिखा है, “उसने एक बार इस विशेषाधिकार का गलत फायदा उठाया और जब मैं सदन से निकल कर अपने कमरे की तरफ बढ़ रहा था तो वह तेजी से पीछा कर मेरे पास आ गया। चलते-चलते उसने कहा कि उसके पास ऋण के समाधान की एक योजना है।”
जेटली ने कहा, “उसकी पहले की ऐसी ‘झूठी पेशकश’ के बारे में पहले से पूरी तरह अवगत होने के कारण उसे बातचीत आगे बढ़ाने का मौका नहीं देते हुए मैंने कहा कि ‘मुझसे बात करने का कोई फायदा नहीं है और उसे अपनी बात बैंकों के सामने रखनी चाहिए।” वित्त मंत्री ने कहा कि माल्या के हाथ में कुछ कागज थे, जो उन्होंने नहीं लिए। जेटली ने कहा कि इस एक वाक्य की बातचीत के अलावा उन्होंने कभी इस शराब कारोबारी को समय नहीं दिया।